MP News: मध्यप्रदेश के किसानों का सोयाबीन से हुआ मोह भंग, मक्का, मूंगफली और उड़द की तरफ बढ़ा रुझान
MP News: मध्य प्रदेश में सोयाबीन की खेती किसानों द्वारा काफी की जाती है। लेकिन पिछले कुछ सालों से सोयाबीन से किसानों का मोहभंग होता जा रहा है। किसान अब मक्का, मूंगफली और उड़द की खेती की तरफ ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। सोयाबीन से मोहभंग होने के पिछे की मुख्य वजह मंडी में भाव कम मिलना, बारिश की गड़बड़ी, जलभराव व कीट प्रकोप से फसल को नुकसान होना है। यही कारण है कि 4 साल से प्रदेश में लगातार सोयाबीन का रकबा कम होता जा रहा है।
इस बार भी कृषि विभाग ने प्रारंभिक आंकलन व किसानों के रुझान के बाद सोयाबीन बुवाई का लक्ष्य कम प्रस्तावित किया है, जो 2022 की खरीफ फसल के मुकाबले 18 फीसदी कम है। 2022 के खरीफ सीजन में 156050 हेक्टेयर में बुआई हुई थी। इस बार 1 लाख 28 हजार हेक्टेयर का लक्ष्य रखा गया है।
मध्य प्रदेश के नीमच जिले में किसान किसान खरीफ फसल के लिए खेत तैयार करने में लगे हैं। वहीं कुछ किसान खेत में गोबर की जैविक खाद मिलाने की तैयारी कर रहे हैं। कृषि विभाग ने पिछले 2-3 वर्ष के आंकड़ों के आधार पर 2025 खरीफ फसल का प्रारंभिक लक्ष्य निर्धारित कर लिया है।
2024 में खरीफ सीजन की फसलों की 1 लाख 69 हजार 769 हेक्टेयर में हुई थी बुआई
पिछले साल 2024 में नीमच जिले में खरीफ सीजन की फसलों की 1 लाख 69 हजार 769 हेक्टेयर में बुआई हुई थी। इस साल जिले में 1 लाख 76 हजार 670 हेक्टेयर में बोवनी का लक्ष्य रखा गया है। जो कि पिछले साल से 4 फीसदी ज्यादा है। इसमें से 1 लाख 28 हजार हेक्टेयर रकबा सोयाबीन का है, जो पिछले साल से 2.25 फीसदी कम है। इसके पीछे मुख्य कारण मंडी में किसानों को सोयाबीन के भाव कम मिलना है। हालात यह है कि 3 साल पहले सोयाबीन के न्यूनतम भाव 5 हजार रुपए क्विंटल के करीब थे। इस साल भाव 4 हजार रुपए क्विंटल से भी कम है। वहीं अधिकतम भाव भी 5 हजार रुपए क्विंटल से अंदर है।
भाव अच्छे मिलने की चाहत में बड़े किसानों ने सोयाबीन का स्टॉक कर रखा था। इसके चलते आज भी मंडी में सोयाबीन की 2 से 5 हजार बोरी के बीच आक्क बनी हुई है और अधिकतम भाव 4300 से 4500 रुपए क्विंटल के आसपास है। इस कारण किसानों का मक्का, मूंगफली व उड़द की तरफ रुझान बढ़ रहा है।
फायदे वाली फसल की तरफ ध्यान दे रहे किसान
भगवान सिंह अर्गल, उप संचालक कृषि विभाग, जिला नीमच ने ने बताया कि इस बार मध्य प्रदेश के नीमच जिले में रबी के साथ खरीफ सीजन में फसल बुआई के ट्रेंड बदलाव देखने को मिल रहा है। मौसम और मंडी में भाव को देखते हुए व निर्णय ले रहा है। खरीफ सीजन में तीन साल से धीरे-धीरे बदलाव देखने को मिल रहा है। आंकड़े देखेंगे तो 2021 के बाद किसानों ने सोयाबीन की बुआई धीरे-धीरे कम की है। इस बार भी यहीं रुझान देखने को मिल रहा है। इसी कारण प्रस्तावित आंकड़ा कम है।