किसानों ने फसलों की सुरक्षा के लिए मुख्य मार्ग पर चौकीदार तैनात किया
Chhatarpur News: महाराजपुर क्षेत्र के किसान इन दिनों आवारा मवेशियों और वन्यजीवों से अपनी फसलों को सुरक्षित रखने के लिए नए उपाय अपना रहे हैं। घेरा पुरवा के किसानों ने मुख्य मार्ग पर लकड़ी का गेट लगाकर चौकीदार तैनात किया है। चौकीदार दिन-रात गेट पर ड्यूटी करेगा और मवेशियों को खेतों में प्रवेश करने से रोकेगा।
किसानों का कहना है कि इस तरह की व्यवस्था से उनकी फसलें सुरक्षित रहती हैं और उन्हें भी कुछ रोजगार का अवसर मिलता है। चौकीदार को गेहूं के रूप में मेहनताना दिया जाता है, जिससे उसका परिवार भी रोजमर्रा की जरूरतें पूरी कर सकता है।
घेरा पुरवा से महाराजपुर तक फैली पहाड़ी और जंगल के कारण यहां 100-100 के झुंड में आवारा मवेशी और कभी-कभी वन्यजीव भी आते हैं। इससे फसलों को लगातार नुकसान पहुँचता है और किसानों को ठंड, गर्मी और बारिश में खेतों में पहरा देना पड़ता है। इस समस्या से बचने के लिए किसान अब मुख्य मार्ग पर चौकीदार नियुक्त कर चुके हैं।
इस तरह की पहल की शुरुआत नैगुवां गांव के किसानों ने दो साल पहले की थी। हजारी लाल रिछारिया, हरकिशोर पाठक और जयहिंद यादव ने मुख्य मार्ग पर चौकीदार तैनात कर फसलों की सुरक्षा सुनिश्चित की। इस दौरान 20 क्विंटल गेहूं के बदले 10 महीने के लिए चौकीदार को रखा गया। उसने अपने परिवार सहित 24 घंटे ड्यूटी निभाई, जिससे क्षेत्र की फसलें सुरक्षित रहीं।
रबी सीजन में बड़े किसानों ने चौकीदार को 50 किलो और छोटे किसानों ने 25-30 किलो गेहूं दिया। इस सफल अनुभव को देखते हुए अब घेरा पुरवा के किसान भी इसी प्रक्रिया को अपना रहे हैं। वहीं, बिजावर तहसील के जैतपुर गांव और सूरजपुरा हार में भी किसान इसी तर्ज पर चौकीदार नियुक्त कर रहे हैं।
किसानों का मानना है कि इस तरह की व्यवस्था से फसल सुरक्षा के साथ-साथ गांव के लोगों को रोजगार भी मिलता है और उनकी मेहनत की लागत भी कम होती है। इस पहल से किसानों ने न केवल अपनी फसलें बचाईं, बल्कि स्थानीय स्तर पर सामूहिक प्रयास और सहयोग का भी उदाहरण पेश किया।