दशलक्षण पर्व और गणेशोत्सव के बीच परीक्षाएं न कराई जाएं, छात्रों को धर्म से जोड़ने की अपील
Chhatarpur News: आगामी दशलक्षण (पर्युषण) पर्व और गणेशोत्सव को ध्यान में रखते हुए पार्श्वनाथ धाम पंचायती मंदिर ने जिला प्रशासन को पत्र भेजा है। पत्र में कहा गया है कि इन त्योहारों के बीच किसी भी शासकीय, अर्धशासकीय या निजी स्कूल में परीक्षाएं न कराई जाएं। इसका उद्देश्य छात्रों को धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियों में शामिल होने का अवसर देना है।
पत्र में बताया गया है कि भारत में धर्म और अध्यात्म ने सदियों से नैतिक शिक्षा और आत्मविश्वास विकसित करने में योगदान दिया है। वर्तमान के छात्र पढ़ाई, होमवर्क और ट्यूशन के बोझ तले इतने व्यस्त हैं कि वे अध्यात्म और धार्मिक गतिविधियों के लिए समय नहीं निकाल पाते। इस कारण उनमें आत्मविश्वास की कमी देखने को मिलती है।
जैन धर्म के दशलक्षण पर्व और हिंदू धर्म का गणेशोत्सव भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी से भाद्रपद शुक्ल चतुर्दशी तक होता है। इस दौरान यदि स्कूल परीक्षाएं रखी जाती हैं तो छात्र इन महत्वपूर्ण अवसरों से वंचित रह जाएंगे। साथ ही, धार्मिक उत्सव के समय शोर, डीजे साउंड और माइकों की तेज आवाज पढ़ाई में बाधा डाल सकती है।
पत्र में जिला प्रशासन से आग्रह किया गया है कि सभी बोर्डों से संबंधित स्कूलों को स्पष्ट निर्देश दिए जाएं। ताकि टीकमगढ़ ही नहीं, अन्य जिलों में भी इस व्यवस्था का पालन हो और भविष्य में प्रत्येक वर्ष इन 11 दिनों के दौरान स्कूल परीक्षाएं न आयोजित की जाएं।
इस पहल का उद्देश्य छात्रों को अध्यात्म और भक्ति भाव से जोड़ना और उन्हें मानसिक रूप से मजबूत बनाना बताया गया है।