कुत्तों का बढ़ता आतंक: 7 माह में 1347 लोग घायल
Barwani News: बड़वानी जिले में आवारा कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ रहा है। खुले में घूमते कुत्तों के कारण लोग दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं या उनके काटने का शिकार बन रहे हैं। पिछले सात महीनों में 1347 लोग कुत्ते के काटने से घायल होकर जिला मुख्यालय पर रैबीज इंजेक्शन लगवाने पहुंचे। नपा व परिषद की कार्रवाई केवल कुत्तों को पकड़कर अन्य स्थान पर छोड़ने तक सीमित है, जिससे वे फिर शहर लौट आते हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर से आठ सप्ताह में कुत्तों को हटाकर शेल्टर होम में रखने के निर्देश दिए हैं। जिले में भी ऐसे स्थाई समाधान की जरूरत है। कई बार एक ही दिन में कई लोगों को काटने की घटनाएं हुईं, जिससे लोगों में डर बना रहता है।
24 जुलाई को राजपुर नगर में एक कुत्ते ने बड़वानी रोड, जवाहर चौक और पटेल मोहल्ले में 20 से अधिक लोगों को काटा। आक्रोशित लोगों ने कुत्ते को पकड़कर मार दिया। मई में राजपुर के पास लिंबई गांव में अज्ञात जानवर ने 10 से अधिक लोगों को काटा, जिसमें छह लोगों की मौत हुई।
शहरवासी बताते हैं कि रात में कुत्ते तेज रफ्तार वाहनों का पीछा करते हैं, जिससे चालक दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। दिन में कॉलोनियों में कुत्तों का झुंड घूमता है, जिससे बच्चे बाहर खेलने से डरते हैं। शिकायत पर कार्रवाई होती है, लेकिन जल्द ही कुत्ते फिर नजर आने लगते हैं।
नेता प्रतिपक्ष राकेशसिंह जाधव ने कहा कि बधियाकरण केंद्र बनने के बाद भी संचालन शुरू नहीं हुआ है। कुत्तों को पकड़कर शेल्टर होम में रखने की व्यवस्था जरूरी है।
पिछले 7 माह में कुत्ते के काटने के मरीज
जनवरी - 284
फरवरी - 178
मार्च - 250
अप्रैल - 171
मई - 170
जून - 112
जुलाई - 182