Movie prime

स्कूलों में केला देने की मांग, बच्चों को पौष्टिक आहार

 

Burhanpur News: प्रगतिशील किसान संगठन ने जिले की आंगनवाड़ी एवं स्कूलों के मध्याह्न भोजन में नियमित रूप से केला शामिल करने की माँग जिला प्रशासन के समक्ष रखी है। उनका कहना है कि केला ऊर्जा, विटामिन व खनिजों का अच्छा स्रोत है और इससे छोटे बच्चों को रोज़ाना आवश्यक पोषण मिलेगा; दूसरी ओर स्थानीय उत्पादकों को ताज़ा उपज के लिए स्थायी बाजार और बेहतर दाम मिलेंगे। संगठन ने केंद्र सरकार से केले के लिए समर्थन मूल्य और भावांतर योजना की भी मांग की है ताकि किसानों को बाजार में अनिश्चितता के समय आर्थिक सुरक्षा मिले।

किसानों ने बताया कि हाल के वर्षों में प्राकृतिक आपदाएँ और वायरस जनित बीमारियों के कारण केले की पैदावार घट चुकी है और बीमा व मुआवजे की पूरक व्यवस्था न होने से वे आर्थिक रूप से असहाय महसूस कर रहे हैं। प्रतिनिधियों ने उन मामलों का भी ज़िक्र किया जहां व्यापारी लेनदेन के बाद भुगतान नहीं कर पाए और भुगतान व अन्य असमाधान के लिए प्रशासनिक हस्तक्षेप की गुंजाइश बनती है। उन्होंने पूछा कि ऐसे बकाया दायित्वों का निवारण और किसानों को त्वरित राहत कैसे उपलब्ध करायी जाएगी।

ज्ञापन सौंपने के दौरान किसान संगठनों और मजदूर संघों के कई पदाधिकारी मौजूद रहे। प्रस्ताव में यही भी सुझाया गया कि समर्थनित खरीद, भंडारण और परिवहन व्यवस्था को मजबूत कर बाजार में अचानक आवक से भाव गिरने से बचाव किया जाए। साथ ही आंगनवाड़ी व स्कूल स्तर पर केले का वितरण स्थानीय उपज के लिए मांग उत्पन्न करेगा और बच्चों को पौष्टिक नाश्ता सुनिश्चित करेगा।

किसान संगठन ने प्रशासन से शीघ्र कार्रवाई और स्पष्ट संवाद की माँग की है ताकि किसी भी भविष्य के नुकसान से पहले ही रोकथाम की जा सके। उन्होंने कहा कि वे शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगे उठाते रहेंगे और प्रशासन से अनुरोध किया है कि किसानों की आय व खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु ठोस कदम उठाये जाएँ। वे प्रशासन से चर्चा करके एक व्यवहार्य कार्ययोजना एवं समय-सीमा की मांग भी कर रहे हैं।