कर्ज के बोझ से परेशान किसान ने की आत्महत्या, परिवार सदमे में
Chhatarpur News: ग्राम झलारा के रहने वाले 45 वर्षीय किसान रामलाल ने कर्ज के दबाव और लगातार खराब फसल के कारण अपनी जान दे दी। परिवार के मुताबिक, रामलाल पर करीब 3 लाख रुपये का कर्ज था, जो उन्होंने खेती और घर खर्च के लिए लिया था। बीते दो साल से मौसम की मार और कम पैदावार के कारण वह कर्ज चुका नहीं पाए।
गुरुवार सुबह रामलाल खेत पर गए और देर तक वापस नहीं लौटे। परिजन उन्हें खोजते हुए पहुंचे तो देखा कि उन्होंने पेड़ से फांसी लगा ली है। यह देखकर गांव में अफरा-तफरी मच गई। लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और मामला दर्ज किया।
परिवार का कहना है कि रामलाल दिन-रात कर्ज चुकाने की चिंता में डूबे रहते थे। बैंक और साहूकारों का दबाव बढ़ता जा रहा था। गांव के लोगों ने बताया कि वह मेहनती किसान थे, लेकिन लगातार नुकसान और बढ़ते खर्च ने उन्हें तोड़ दिया।
गांव के किसान नेताओं ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि सरकार को किसानों के लिए कर्ज माफी और फसल बीमा योजना को और प्रभावी बनाना चाहिए, ताकि ऐसी नौबत न आए। उन्होंने मांग की कि पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद दी जाए।
पुलिस के अनुसार, शुरुआती जांच में आत्महत्या की वजह कर्ज का बोझ और आर्थिक तंगी सामने आई है। हालांकि, विस्तृत जांच के बाद ही पूरी सच्चाई सामने आएगी। पुलिस ने बताया कि परिवार का बयान लिया गया है और मामले की आगे जांच जारी है।
गांव में इस घटना के बाद गम का माहौल है। लोग कह रहे हैं कि अगर समय रहते मदद मिल जाती, तो शायद रामलाल आज जिंदा होते। कई ग्रामीणों ने बताया कि इलाके में किसानों की स्थिति लगातार बिगड़ रही है और पिछले कुछ सालों में कई किसान आत्महत्या कर चुके हैं।