Movie prime

Burhanpur News: 25 लाख के कम्प्रेशर हुआ गायब, मंडी पिछले 14 महीने से बंद पड़ी 

 

Burhanpur News: रेणुका देवी कृषि उपज मंडी के 14 महीने से बंद इंट्रीग्रेटेड पैक हाउस (केला कोल्ड स्टोरेज) से 25 लाख रुपए के कम्प्रेशर और अन्य सामान गायब हो गया। हैरानी की बात है कि पैक हाउस का न कोई ताला टूटा और न कहीं से दीवार-खिड़की को तोड़ा गया। इसके बाद भी लाखों रुपए की मशीनें गायब हो गईं।

4 अप्रैल 2014 को अनुबंध खत्म होने पर मंडी अफसरों ने ताला लगाकर इसे बंद किया था। बंद करने से पहले मशीनों का ऑडिट हुआ। 1 जून 2025 को इंदौर-खरगोन के अफसरों की टीम यहां निरीक्षण करने आई। सफाई के निर्देश दिए। तब पता चला कि मशीनें गायब हैं। इस मामले में मंडी प्रबंधन की शिकायत पर शिकारपुरा थाना पुलिस ने अमानत में खयानत का केस दर्ज किया है।

रेणुका देवी कृषि उपज मंडी के कपास नीलामी वाले हिस्से में केले का इंट्रीग्रेटेड पैक हाउस बना है। साल 2019 में इसे अनुबंध पर एमके टेडर्स को दिया गया था। कंपनी ने 2024 के लिए मंडी से अनुबंध नहीं किया। इसके बाद 4 अप्रैल 2024 को कंपनी ने इसे खाली कर दिया। इसी दिन मंडी अफसरों ने यहां मशीनों का ऑडिट किया और पैक हाउस पर ताला लगा दिया।

1 जून 2025 को मंडी में इसका निरीक्षण करने के लिए राज्य कृषि विपणन बोर्ड इंदौर और मंडी बोर्ड खरगोन के अफसर पहुंचे। निरीक्षण कर साफ-सफाई और मशीनों के संचालन का ट्रायल लेने के लिए कहा। सहायक यंत्री स्वराजपाल जामोड़े को सफाई के निर्देश दिए। सहायक यंत्री सफाई के लिए मजदूर लेकर पहुंचे तो पैक हाउस के पश्चिमी हिस्से की मशीनों के कम्प्रेशर, केबल और अन्य सामान नजर नहीं आया। इसके बाद हड़कंप मच गया। मंडी अफसरों ने इसको लेकर जांच शुरू की।

वरिष्ठ अधिकारियों को भी मशीनें गायब होने की जानकारी दी गई। अफसरों ने प्रतिवेदन देकर शिकारपुरा थाने में अमानत में खयानत के मामले में धारा 316 (2) के तहत केस दर्ज कराया है।

चारों ओर 7 से 8 फीट ऊंची दीवार

पैक हाउस से मशीनों को चोरी कर पाना नामुमकिन है। पैक हाउस के चारों ओर 7 से 8 फीट ऊंची दीवार है। पिछले हिस्से में खेत है, जहां से मशीनों को उठा कर ले जाना संभव नहीं है, क्योंकि इनका वजन काफी ज्यादा होता है। मंडी के जिस हिस्से में पैक हाउस बना है, यहां सीसीटीवी कैमरे भी नहीं हैं। इसके पास 2 नंबर गेट है। लेकिन यह ज्यादातर समय बंद रहता है। यहां से भी मशीनों को बिना किसी की नजर में आए ले जाना संभव नहीं।

लापरवाही... 14 महीने में किसी अफसर ने पैक हाउस को देखा तक नहीं

मशीनें गायब होने के मामले में मंडी प्रबंधन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। 14 महीने में मंडी के किसी भी अधिकारी ने पैक हाउस का निरीक्षण नहीं किया और यहां मशीनों की स्थिति का जायजा नहीं लिया। 14 महीने में मशीनें कब गायब हुईं, इसकी किसी को भनक तक नहीं लगी।

मशीनें गायब करने में मंडी कर्मचारी का हाथ होने की शंका

मंडी से मशीनें गायब होने के बाद अब सीधा शक मंडी कर्मचारियों पर ही जा रहा है। क्योंकि बंद ताले से कम्प्रेशर चोरी होने का सवाल ही नहीं उठता। जिन अफसरों के पास पैक हाउस की चाबी थी, उनसे जानकारी ली जा रही है। एक साथ 11 कम्प्रेशर और दूसरे सामान को ले जाने के लिए बड़े वाहन की जरूर होती है। शंका सीधे मंडी कर्मचारियों पर है। इसके लिए मंडी के आगे के हिस्से में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की जा रही है।

भीतर के हिस्से में 2 ताले गायब

अफसरों के आने पर पैक हाउस को सफाई के लिए खोला था। यहां चार ताले लगाए थे। लेकिन जिस हिस्से से मशीनें गायब हुई है, वहां के 2 ताले गायब मिले हैं। मामले को लेकर थाने में शिकायत कर एफआईआर दर्ज कराई है। भूपेंद्र सिंह सोलंकी, मंडी सचिव बुरहानपुर