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Chhatarpur News: अस्पतालों में रेट लिस्ट गायब, सीएमएचओ ने दी चेतावनी - जांच में गड़बड़ी पर होगी सख्त कार्रवाई

 

Chhatarpur News: स्वास्थ्य विभाग द्वारा निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम के साथ पैथोलॉजी संचालकों को आदेश जारी कर स्वास्थ्य सुविधाओं की रेट सूची चस्पा करने को कहा गया। लेकिन 6 माह गुजर जाने के बाद भी संचालकों के कान में जूं तक नहीं रंगी है। यह इसलिए हो रहा है, क्योंकि वर्तमान में पदस्थ सीएमएचओ अपनी ही बात पर स्थिर नहीं रहते।

सीएमएचओ आरपी गुप्ता ने एक दिन पहले सोमवार को निजी अस्पताल संचालकों द्वारा काउंटर पर डॉक्टर विजिट, ऑक्सीजन, प्राइवेट वार्ड और जांच के चार्ज सहित पूरे ट्रीटमेंट की रेट सूची चस्पा न होने पर नोटिस की बात कही। अब सभी निजी नर्सिंग होम और अस्पतालों में जांच करने और उसे दौरान कमी पाए जाने पर कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं।6 माह पहले सीएमएचओ डॉ. आरपी गुप्ता ने जिले में संचालित निजी अस्पतालों, नर्सिंग होम और पैथोलॉजी संचालकों को आदेश जारी कर स्वास्थ्य सुविधाओं की रेट सूची चस्पा करने के निर्देश दिए।

जिसमें संचालकों को प्राइवेट वाडों के चार्ज के साथ अस्पताल में होने वाली सभी जांच के रेट की सूची डिसेप्शन काउंटर पर चस्पा करनी थी। लेकिन शहर के आकाशवाणी तिराह्य स्थित डॉ. चौबे नर्सिंग होम, जवाहर रोड स्थित डॉ. वीपी खरे मेमोरियल हॉस्पिटल और पुरानी गैस एजेंसी के पास संचालित डॉ. अरुण श्रीवास्तव मेमोरियल हॉस्पिटल में अब तक चिकित्सा सुविधाओं की रेट लिस्ट चस्पा नहीं की गई है। यह इसलिए हो रहा है, ताकि निजी नर्सिंग होम और अस्पताल मरीजों से अपनी मर्जी अनुसार चार्ज लगाकर मोटी रकम ऐंठ सकें। जिसमें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की मौन स्वीकृति है।

मिशन अस्पताल में नहीं जांच की रेट सूची

महोबा रोड पर मिशन अस्पताल स्थित है। जिले का यह सबसे बड़ा निजी अस्पताल है। जिसमें जिला अस्पताल के बाद सबसे अधिक मरीज भर्ती होते हैं। इसमें पंजीयन शुल्क, डॉक्टर विजिट, पलंग और एंबुलेंस चार्ज के साथ नर्स देखभाल के रेट तो अंकित हैं। लेकिन अल्ट्रासाउंड, खून, पेशाब, बीपी और शुगर सहित अन्य प्रकार की जांच की सूची चस्पा नहीं है। जिन पर इलाज से अधिक मरीज को राशि खर्च करनी पड़ी है।