बारिश के बाद निखरी छत्रसाल समाधि की खूबसूरती
Chhatarpur News: महाराजा छत्रसाल की ऐतिहासिक समाधि धुबेला गांव में नौगांव रोड पर स्थित है। यह धुबेला झील के किनारे धुबेला संग्रहालय परिसर में बनी हुई है। 18वीं शताब्दी में निर्मित यह समाधि बुंदेली वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना मानी जाती है। अष्टकोणीय आकार में बनी इस इमारत के भीतर भित्ति चित्रों की झलक देखने को मिलती है, जो उस दौर की कला संस्कृति को दर्शाते हैं।
समाधि के चारों ओर परिक्रमा पथ बनाया गया है, जहां लोग घूमते हुए इतिहास और शांति का अनुभव कर सकते हैं। हाल ही में हुई बारिश के बाद पूरे परिसर में हरियाली छा गई है। झील के किनारे लहलहाती घास और पेड़ों की ताजगी ने इस स्मारक की खूबसूरती को और बढ़ा दिया है। हरियाली की चादर ओढ़े यह स्थान अब पहले से अधिक आकर्षक दिखाई देने लगा है।
यह स्थल न केवल बुंदेली इतिहास और स्थापत्य कला की झलक दिखाता है, बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य का भी अद्भुत संगम है। बारिश के बाद इसकी भव्यता और वातावरण सैलानियों को अपनी ओर खींच रहा है।