मध्य प्रदेश में बनेगा सेंटर आफ एक्सीलेंस, 15 करोड रुपए की मिली मंसूरी
MP News: मध्य प्रदेश के गुना और उज्जैन जिलों को केंद्र सरकार से गुलाब और मसालों की खेती को बढ़ावा देने के लिए 15-15 करोड़ रुपये की मंजूरी मिली है। यह राशि "सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर फ्लॉवर एंड स्पाइसेज" के तहत दी जा रही है। गुना में यह सेंटर हॉर्टिकल्चर विभाग की भूमि पर बनेगा और गुलाब व मसालों की गुणवत्तापूर्ण खेती, शोध और नए प्रयोगों पर काम करेगा।
गुना में पहले से पॉलीहाउस तकनीक से गुलाब की खेती हो रही है। एक एकड़ पॉलीहाउस की लागत करीब 30 लाख रुपये है, जिसमें से 50 प्रतिशत तक सब्सिडी मिल सकती है। इससे प्रति एकड़ सालाना 10 से 12 लाख रुपये की आमदनी होती है। नए सेंटर में लागत कम करने और खुले में गुलाब की खेती के विकल्प पर भी शोध किया जाएगा। यहां कई पॉलीहाउस बनाकर किसानों को आधुनिक तकनीक और प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
गुना प्रशासन का लक्ष्य "विजन 2047" के तहत जिले को गुलाबों का शहर बनाना है। कलेक्टर किशोर कन्याल के अनुसार, प्रस्ताव भेजने पर केंद्र सरकार ने प्रदेश के केवल दो जिलों गुना और उज्जैन का चयन किया है। उज्जैन में भी इसी मॉडल पर सेंटर तैयार होगा।गुना का गुलाब पहले से ही जयपुर और दिल्ली जैसे बाजारों में अपनी पहचान बना चुका है और अब इसे पेरिस और लंदन तक पहुंचाने की तैयारी चल रही है। इसके लिए मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास निगम (MPIDC) किसानों को निर्यात संबंधी औपचारिकताओं के लिए प्रशिक्षित कर रहा है।
यह सेंटर न सिर्फ खेती में तकनीकी सुधार लाएगा, बल्कि किसानों को आर्थिक रूप से भी मजबूत करेगा। इसके जरिए प्रदेश को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फूल बाजार में नई पहचान मिलने की उम्मीद है।