87 लाख की मंजूरी के बाद भी अधर में लटका ब्लैक स्पॉट सुधार कार्य
Burhanpur News: नेपानगर में शिवाजी चौराहा से नेपा मिल गेट तक जाने वाला मार्ग नगर पालिका द्वारा दो वर्ष पहले ब्लैक स्पॉट घोषित किया गया था। इस स्थान को सुधारने की योजना बनाई गई थी, लेकिन अब तक काम शुरू नहीं हो पाया है। स्थिति यह है कि सुरक्षा कारणों से यह रास्ता बंद कर दिया गया है और लोग लंबे चक्कर लगाकर आवागमन करने को मजबूर हैं।
इस ब्लैक स्पॉट के सुधार के लिए मई माह में 87 लाख रुपये की तकनीकी स्वीकृति भी मिल चुकी है। इसके बावजूद अब तक निर्माण कार्य आगे नहीं बढ़ा। नगर पालिका अध्यक्ष का कहना है कि टेंडर प्रक्रिया पूरी हो गई है और जल्द काम शुरू होगा। वहीं पालिका के इंजीनियर का दावा है कि फाइल अभी भोपाल में अटकी हुई है, स्वीकृति मिलने के बाद ही टेंडर आगे बढ़ पाएगा। दोनों के विरोधाभासी बयानों से आमजन उलझन में हैं।
स्थानीय निवासियों की मांग है कि इस मार्ग को प्राथमिकता से ठीक कराया जाए। यह नगर का एकमात्र ऐसा रास्ता है जहां आवागमन जोखिम भरा है। पिछले दो महीने से अधिक समय से यह मार्ग पूरी तरह बंद है। लोग मजबूरी में वैकल्पिक मार्ग से आना-जाना कर रहे हैं, जिससे समय और धन दोनों की बर्बादी हो रही है।रास्ते की दुर्दशा भी चिंता बढ़ा रही है।
बीच में पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण सड़क बेहद संकरी है। बड़े वाहन यहां से गुजर नहीं पाते और अक्सर जाम की स्थिति बन जाती है। बारिश के दिनों में पहाड़ी से पत्थर गिरने का खतरा बना रहता है। यही कारण था कि नगर पालिका ने इसे ब्लैक स्पॉट के रूप में चिह्नित किया और सरकार से राशि भी स्वीकृत कराई। लेकिन योजनाओं और स्वीकृतियों के बावजूद अब तक सुधार कार्य शुरू नहीं हुआ।
नगर के नागरिकों का कहना है कि यदि समय पर काम शुरू होता तो आज यह समस्या नहीं झेलनी पड़ती। उनका मानना है कि टेंडर और स्वीकृति की लंबी प्रक्रिया के नाम पर केवल देरी की जा रही है। वहीं अधिकारियों के अलग-अलग बयान इस मामले को और जटिल बना रहे हैं।
फिलहाल नगरवासियों को उम्मीद है कि जल्द अंतिम स्वीकृति मिलकर काम शुरू होगा और वर्षों से परेशान कर रहे इस ब्लैक स्पॉट से राहत मिलेगी।