Guna News: भुजरिया तालाब गंदगी से बदहाल
Guna News: शहर के वार्ड क्रमांक 12 में स्थित प्राचीन भुजरिया तालाब अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व का तालाब धरोहर के रूप में पहचाने जाने वाला यह तालाब आज गंदगी और अतिक्रमण का शिकार हो गया है। यदि समय रहते इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो यह ऐतिहासिक संरचना इतिहास के फत्रों में दफन हो जाएगी। पूर्व में तालाब केवल पानी का स्त्रोत ही नहीं थे बल्कि यह जल संरक्षण की अद्भुत मिसाल थे। वहीं नगर के बीच स्थित होने के बावजूद उक्त तालाब का रख रखाव व अनदेखी तालाब को बदहाल कर दिया है।
जहां शासन एक ओर जल संवर्धन अभियान चला कर कुओं बावडियों और तालाबों की साफ-सफाई कर जल संरक्षण के लिए आमजन को जागरूक कर रही है। वहीं आरोन कस्बे के इस मुख्य तालाब की वर्षों से अनदेखी की जा रही है। इस वजह से यहां कचरे के ढेर लगे हुए हैं। वहीं तालाब के आसपास अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है। गंदगी और अतिक्रमण की मार से वर्तमान में भुजरिया तालाब अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है।
तालाब के चारों ओर अतिक्रमण ने इसकी सीमाओं को संकुचित कर दिया है। स्थानीय निवासियों और दुकानदारों द्वारा तालाब के आसपास अवैध निर्माण किए जा रहे हैं जिससे तालाब का प्राकृतिक स्वरूप नष्ट हो रहा है। वहीं तालाब में फेंकी जा रही गंदगी और कचरा इसे प्रदूषित कर रहा है। प्लास्टिक, घरेलू कचरा और मलबे की वजह से पानी का स्तर घट गया है और इसका सौंदर्य पूरी तरह खत्म हो गया है।
नगर में सफाई व्यवस्था भी बदहाली का शिकार
नगर में सफाई व्यवस्था की बदहाली आमजन के लिए गंभीर समस्या बनती जा रही है। नगर के कई वार्डों में कचरे के ढेर, नालियों की सफाई न होना, और नियमित कचरा संग्रहण में लापरवाही साफ देखी जा सकती है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि नगर में कई दिनों तक कचरा नहीं उठाया जाता, जिससे गंदगी फैल रही है और मच्छरजनित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। बरसात से पहले नालों की सफाई न होने से जलभराव की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है।
वार्ड क्रमांक 12 के निवासियों ने बताया कि गली मोहल्लों में न तो सफाई कर्मचारी नियमित आते हैं, न ही कचरा गाड़ी समय पर आती है। कचरे की वजह से सड़कों पर चलना दूभर हो गया है, लेकिन नगर परिषद का कोई ध्यान नहीं है। हालात यह है कि नगरपालिका के समीप ही सड़क पर कचरा फैला नजर आ रहा है। वहीं नगर के बायपास पर भी जहां से अधिकारियों का आवागमन होता है। वहां पर गंदगी के ढेर लगे देखे जा रहे हैं।
प्रशासन की उदासीनता
प्रशसानिक उदासीनता प्राचीन संरचनाओं और जल स्त्रोतों को संरक्षित रखने के लिए प्रशासन की जिम्मेदारी होती है लेकिन अफसोस की बात है कि तालाब की हालत पर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। स्थानीय लोग और पर्यावरण प्रेमी कई बार इस मुद्दे को उठाते रहे हैं लेकिन प्रशासन की निष्क्रियता के चलते तालाब की स्थिति दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है। लोगों ने बताया कि वार्ड क्रमांक 12 में स्थित भुजरिया तालाब नपाध्यक्ष का वार्ड होने के बावजूद बदहाली का शिकार है।
नगर व तालाब में सफाई कार्य करवाया जाएगा
आपके द्वारा मेरे संज्ञान में आया है कि तालाब में गंदगी फैल रही है। इसमें सफाई कार्य करवाया जाएगा। ताकि यहां स्वच्छता बन रही। वहीं साफ-सफाई व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा।
-दिनेश सोनी, नगर परिषद सीएमओ आरोन