केला किसानों ने मंडी के बाहर खरीदी के विरोध में हाईवे पर वाहनों को रोक दिया
Burhanpur News: बुरहानपुर जिले में केला उपज की खरीदी को लेकर किसान और व्यापारी आमने-सामने आते नजर आए। मंडी के बाहर हो रही केला खरीदी के विरोध में शुक्रवार को किसानों ने शाहपुर में इंदौर-इच्छापुर हाईवे पर वाहन खड़े कर आवागमन रोक दिया। पुलिस और अधिकारियों ने पहुंचकर समझाइश दी, जिसके बाद लगभग एक घंटे बाद किसानों ने रास्ता खोला।
जिले में पिछले एक महीने से किसान और व्यापारियों के बीच केला उपज की खरीदी और दाम को लेकर विवाद चल रहा है। किसानों का कहना है कि मंडी में नीलामी के माध्यम से ही उपज खरीदी जाए और मंडी के बाहर सीधे खेत से होने वाली खरीदी पूरी तरह रोकी जाए। उनका यह भी कहना है कि मंडी प्रबंधन ऐसे व्यापारियों के माल की पर्ची न बनाए और वाहनों के परिवहन पर रोक लगाई जाए।
हालांकि, मंडी बोर्ड किसी भी किसान को मजबूर नहीं कर सकता कि वह अपनी उपज मंडी में बेचें। केला खरीदी अब पूरी तरह ऑनलाइन हो गई है और किसान चाहे तो अपने खेत से सीधे व्यापारी को बेच सकते हैं। इसके लिए मंडी किसी तरह का प्रतिबंध नहीं लगा सकती।
इस बीच व्यापारियों ने भी अपनी नाराजगी जताई। उन्होंने कलेक्टर से मुलाकात कर नीलामी व्यवस्था में सुधार की मांग की। उन्होंने कहा कि नीलामी के समय बोर्ड पर क्वालिटी, एक्सपोर्ट क्वालिटी, पंजा कटिंग, बॉक्स कटिंग, कैरेट और लूज माल की जानकारी भी दी जानी चाहिए। व्यापारियों का कहना है कि बाजार में दाम माल की मांग और आपूर्ति के अनुसार बदलते रहते हैं, इसलिए किसानों द्वारा व्यापारियों को चोर और रिश्वतखोर कहने वाले आरोप अनुचित हैं।
किसान संगठन ने कलेक्टर से मुलाकात कर बताया कि मंडी बोर्ड के माध्यम से नीलामी करना और हम्माली की राशि किसानों से नहीं लेना तय हुआ था, लेकिन निर्देशों के बावजूद मंडी के बाहर उपज खरीदी जारी है। किसानों का कहना है कि बाहर व्यापारी मनमर्जी से दाम तय कर खरीदी करते हैं, जिससे उन्हें नुकसान हो रहा है।
इस विवाद के कारण शुक्रवार को मंडी नीलामी में कोई भी व्यापारी शामिल नहीं हुआ। प्रशासन और मंडी प्रबंधन ने मामले को लेकर समझाइश दी है। शनिवार को व्यापारियों ने नीलामी में भाग लेने की संभावना जताई है।