Chhatarpur News: किराए के भवनों में आंगनबाड़ी केंद्र, बच्चों को नहीं मिल रही पर्याप्त जगह
Chhatarpur News: शहर और गांवों में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र अब भी किराए या उधार के भवनों में चल रहे हैं। खुद की बिल्डिंग न होने से बच्चों को न तो पर्याप्त जगह मिल पा रही है, न ही गर्मी और बारिश से बचाव की सुविधा। मुख्यालय के पास बगौता केंद्र 4 में 367 बच्चे दर्ज हैं। यहां बच्चों की संख्या के अनुसार जगह कम है। गर्मियों में पंखे कम होने से बच्चे उमस में परेशान रहते हैं।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने बताया कि स्कूल के पास भवन निर्माण के लिए जगह चिह्नित की गई है। राशि भी स्वीकृत हो चुकी है। लेकिन अब तक निर्माण शुरू नहीं हुआ। कारण किसी को नहीं पता। उदयनपुरवा गांव की आंगनबाड़ी पहले स्कूल भवन में चलती थी। स्कूल का भवन जर्जर था। एक साल पहले प्रशासन ने वह भवन गिरा दिया। अब आंगनबाड़ी किराएके कमरे में चल रही है।
कई भवनों की हालत और खराब हो गई है। कई भवन पूरी तरह जीर्ण-शीर्ण हो चुके हैं। बच्चों की सुरक्षा पर खतरा बना हुआ है। विभाग ने आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए 650 वर्ग फीट पक्की जगह, लैटबाथ और बिजली की व्यवस्था तय की है। इसके लिए किराया 1500 रुपए प्रतिमाह तय किया गया है। पहले शहरी क्षेत्र में 750 रुपए और ग्रामीण क्षेत्र में 500 रुपए किराया तय था। अब नए आदेशों के अनुसार ग्रामीण क्षेत्र के लिए 750 रुपए और शहरी क्षेत्र के लिए 1500 रुपए किराया तय किया गया है।
बच्चों को आंगनबाड़ी से जोड़ने के लिए कई गतिविधियां कराई जाती हैं। लेकिन जगह की कमी के कारण ये गतिविधियां पूरी नहीं हो पातीं। इस संबंध में जब सुपरवाइजर सुनीता सिंह चंदेल से संपर्क किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। पहले भी कई बार ग्रामीण शिकायत के लिए फोन करते हैं लेकिन वह फोन नहीं उठातीं।