गोपालपुरा नाले के पास अवैध निर्माणों पर प्रशासन की कार्रवाई
Guna News: गोपालपुरा नाले के पास बने दो बड़े अवैध निर्माणों को लेकर प्रशासन ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। इनमें से पहला निर्माण भगत सिंह कालोनी के पीछे बनाई गई कांक्रीट की दीवार है, जिसकी लंबाई लगभग 150-200 मीटर है। यह दीवार तीन भू-माफियाओं द्वारा नाले की जमीन हथियाने के लिए बनाई गई थी। दीवार को तोड़ने के लिए विशेष हेमर मशीन का इस्तेमाल किया गया।
दूसरा बड़ा निर्माण नानाखेड़ी पुलिया के ठीक पास खड़ी चार मंजिला इमारत है। इस इमारत के लिए नाले से सटाकर दीवार बनाई गई थी। प्रशासन ने टाउन एंड कंट्री प्लानिंग व नपा की टीम के जरिए बिल्डिंग के उन हिस्सों की निशानदेही की जो नाले के 9 मीटर के दायरे में आते थे। बिल्डिंग का लगभग आधा हिस्सा अतिक्रमण में है और उसे तोड़ा जा सकता है। इसके लिए बिल्डिंग मालिक को तीन दिन की मोहलत दी गई है।
गोपालपुरा तालाब से आने वाले नाले में पिछले दस साल में कई अवैध अतिक्रमण हुए हैं, जिससे नाले से पानी की निकासी प्रभावित हुई और 2021 में नानाखेड़ी इलाके में बाढ़ आई। प्रशासन का कहना है कि अब इस कार्रवाई से भविष्य में अतिवर्षा के समय बाढ़ की स्थिति नहीं बनेगी।
नाले में चौड़ीकरण और अतिक्रमण हटाने की मुहिम में सबसे पहले वह पाइंट शामिल था, जहां दीवार बनी थी। पाइंट बी में एक अवैध पुलिया बनाई गई थी, जिसे चार दिन पहले तोड़ दिया गया। तीसरे पाइंट पर भी एक पुलिया है, जहां नाले की चौड़ाई केवल 8-10 फीट रह गई थी। शुक्रवार को इसे भी हटाया गया।
पहले इस कार्रवाई को बीच में रोक दिया गया था, जिससे प्रशासन की मंशा पर सवाल उठे थे। लेकिन शुक्रवार को सख्ती दिखाते हुए दीवार और अतिक्रमण हटाने का काम शुरू किया गया। नानाखेड़ी पुलिया के पास बनी बिल्डिंग के आसपास की खाली जमीन को खोदकर नाले की चौड़ाई बढ़ाई गई।
प्रशासन की टीम ने बिल्डिंग के मालिक को कार्रवाई से पहले नोटिस देने की प्रक्रिया पूरी की और उन्हें बिल्डिंग स्वयं तोड़ने का समय दिया। यह सुनिश्चित किया गया कि अवैध निर्माण हटाने के बाद नाले से पानी की निकासी प्रभावित न हो और भविष्य में बाढ़ की स्थिति न बने।
इस कार्रवाई से क्षेत्र में अवैध निर्माणों के खिलाफ स्पष्ट संदेश गया कि नियमों की अनदेखी नहीं बख्शी जाएगी।