मध्य प्रदेश के इस जिले में डॉक्टरों की भारी कमी, महिलाओं को इलाज में हो रही दिक्कत
MP News: मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले का आम्बुआ गांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र डॉक्टरों की भारी कमी से जूझ रहा है। यहां एमबीबीएस डॉक्टर हितेश मसीह की पोस्टिंग है, लेकिन वे बीमार चल रहे हैं। फिलहाल एक साल के कॉन्ट्रैक्ट पर आए डॉ. पंकज कलेश ही सेवा दे रहे हैं। यह केंद्र आसपास के 37 गांवों के लिए एकमात्र इलाज का जरिया है। एक ही डॉक्टर की मौजूदगी से मरीजों की भीड़ लग रही है और इलाज में घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।
पहले यहां महिला आयुष डॉक्टर सविता डाम्बर थीं, जो खासकर महिलाओं का नियमित इलाज करती थीं। लेकिन कुछ जनप्रतिनिधियों की शिकायतों के चलते उनका तबादला भोपाल कर दिया गया। अब महिला मरीज पुरुष डॉक्टर को अपनी बीमारी बताने में असहज महसूस करती हैं, जिससे कई महिलाएं इलाज से वंचित हैं। महिलाओं ने जिला प्रशासन से महिला डॉक्टर की तत्काल नियुक्ति की मांग की है।
मौसम बदलने और बारिश के कारण बीमारियां बढ़ रही हैं, लेकिन डॉक्टर की कमी से मरीजों को जिला अस्पताल रेफर किया जा रहा है। रात के समय अस्पताल केवल एक एएनएम के भरोसे चलता है, जो बेहद चिंता का विषय है।थाना प्रभारी ने भी सीएमएचओ को पत्र लिखकर डॉक्टर की जरूरत बताई है।
पुलिस को कई बार मेडिकल लीगल केस (एमएलसी) के लिए मरीजों को जिला अस्पताल भेजना पड़ता है, जिससे समय और खर्च दोनों बढ़ जाते हैं। सीएमएचओ देवेंद्र सुनहरे ने बताया कि डॉक्टरों की पोस्टिंग भोपाल से होती है और महिला डॉक्टर की नियुक्ति का प्रयास किया जा रहा है।
ग्रामीणों ने मांग की है कि जल्द महिला डॉक्टर की नियुक्ति हो और स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर की जाएं, ताकि खासकर महिलाओं को इलाज के लिए भटकना न पड़े।