बिना अनुदान के चल रहा आसरा गोसेवा केंद्र, घायल गायों की सेवा में जुटे युवा
Tikamgarh News: टीकमगढ़ में चल रहा ‘आसरा गोसेवा केंद्र’ बिना किसी सरकारी मदद के केवल दोस्तों के सहयोग से घायल और बीमार गायों की सेवा कर रहा है। केंद्र का संचालन सुदीप मिश्रा कर रहे हैं, जिन्हें प्रदेश स्तर पर व्यक्तिगत गोसेवा के लिए सम्मान मिल चुका है। फिर भी उन्हें अब तक कोई सरकारी अनुदान नहीं मिला है।
करीब 18 साल पहले एक घायल गाय को देखकर सुदीप मिश्रा ने उसका इलाज कराया और तभी से उन्होंने गोसेवा का बीड़ा उठाया। सड़कों पर असहाय, बीमार और दुर्घटनाग्रस्त गायों की संख्या बढ़ने लगी तो उन्होंने अपने दोस्तों के साथ मिलकर ‘आसरा गोसेवा केंद्र’ की शुरुआत की।
आज यहां करीब 80 गोवंश हैं, जिन्हें रोजाना भूसा, हरी घास और चारा दिया जाता है। बीमार और घायल गायों का इलाज भी यहीं कराया जाता है। हर महीने लगभग 60 हजार रुपए खर्च होते हैं, जो दोस्त मिलकर जुटाते हैं।सार्थक जैन भी इस सेवा से जुड़े हैं। वे जहां भी बीमार या घायल गाय दिखती है, तुरंत वहां पहुंचकर उसका इलाज कराते हैं।
जरूरत पड़ने पर अपनी जेब से दवाएं खरीदते हैं। इसी तरह नरेंद्र रजक भी इस सेवा में सक्रिय हैं। ‘गोसेवक नरेंद्र’ के नाम से पहचान बना चुके नरेंद्र खुद बीमार गायों का इलाज करते हैं और साथी गोसेवकों को जानकारी देते हैं। तीनों युवा मिलकर बिना किसी स्वार्थ और सरकारी सहायता के गोसेवा कर रहे हैं, जो समाज के लिए प्रेरणादायक उदाहरण है।