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New Fourlane Highway: महू-नीमच फोरलेन एक्सप्रेसवे को लेकर आया बड़ा अपडेट, हाईवे पर बनेगा इंटरचेंज, 600 मीटर दूर से शुरू होगा फ्लाईओवर

 

Mhow-Neemuch Fourlane Highway Update: मध्य प्रदेश राज्य में महू-नीमच ऑनलाइन हाईवे को लेकर बाद अपडेट सामने आया है। जावरा-उज्जैन ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल्ड फोरलेन के नए अलाइनमेंट वाली ड्राइंग डिजाइन सामने आ गई है। नए अलाइनमेंट के मुताबिक हुसैन टेकरी चौराहे से टर्न देकर हिंगलाज माता मंदिर एप्रोच रोड के पहले बंटी ढाबे के पास महू-नीमच हाइवे पर इंटरचेंज बनाकर इस फोरलेन को जोड़ेंगे। यह इंटरचेंज टॉप रोटरी यानी फ्लाईओवर के रूप में बनेगा। यह फ्लाईओवर उज्जैन तरफ 600 मीटर दूर से शुरू होकर महू-नीमच हाइवे पर निर्माणाधीन जैन मंदिर के सामने तक जाएगा।

खास बात ये है कि मौजूदा टू-लेन बायपास के हुसैन टेकरी चौराहे पर एक ओवरब्रिज बनेगा। वहां से करीब 800 मीटर दूरी पर एक और ओवरब्रिज बनेगा ताकि नीचे जो कच्चा रास्ता है, वहां से वाहन फोरलेन के नीचे होकर निकल सकें। फिर इससे कुछ दूर पर इंटरचेंज वाले फ्लाईओवर का निर्माण शुरू हो जाएगा। 2 से 3 कल्वर्ट बनेंगे। ऐसे 3 ओवरब्रिज व कल्वर्ट के कारण नए अलाइनमेंट वाली जगह यह नया जावरा-उज्जैन फोरलेन ग्राउंड लेक्ल से काफी ऊंचा रहेगा। 

कई जगह सीमेंट-कांक्रीट वॉल या फेंसिंग प्रस्तावित है। इस कारण कोई भी वाहन फोरलेन को ऊपर से सीधे क्रॉस नहीं कर सकेगा। आसपास खेत या भूखंड वाले लोग वहां से फोरलेन पर सीधे नहीं जा सकेंगे। उन्हें इंटरचेंज या हुसैन टेकरी चौराहे के ओवरब्रिज से एंट्री एंट्री मिलेगी। सुरक्षा की दृष्टि से यह जरूरी है लेकिन इस ड्राइंग डिजाइन के बाद वे लोग टेंशन में हैं, जिन्होंने जल्दबाजी में जैसे ही नए अलाइनमेंट की जानकारी मिली थी तत्काल जमीनों के सौदे बुक कर लिए। अब वे उलझन में है कि करें तो क्या करें। ड्राइंग डिजाइन में इंटरचेंज पर एक खामी भी नजर आ रही है और वो यह है कि जावरा-रतलाम रूट के वाहन नए उज्जैन फोरलेन पर कैसे जाएंगे, ये स्पष्ट नहीं है।

प्रभावितों के सुझाव भोपाल भेजेंगे, जैसे निर्देश मिलेंगे, वैसा काम करेंगे

नए अलाइनमेंट से प्रभावित नागरिकों का प्रतिनिधि मंडल मिला। उन्होंने आवेदन व सुझाव दिए, उन्हें ऊपर भोपाल भेजेंगे। वहां से जैसे निर्देश मिलेंगे, वैसा काम करेंगे। प्रयास करेंगे कि दावे-आपत्ति का निराकरण जल्दी हो जाए ताकि प्रोजेक्ट लेट नहीं हो। ड्राइंग डिजाइन में यदि कोई खामी है तो टेंडर के बाद कांट्रैक्टर के साथ उसे वेरिफाई करेंगे। वर्किंग ड्राइंग में यह दुरुस्त हो जाता है। - एसके मनवानी, जीएम एमपीआरडीसी उज्जैन