Delhi Mumbai Expressway: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर टोल-टैक्स को लेकर बड़ा मामला आया सामने, घर पर खड़े वाहनों का भी कट रहा है टोल-टैक्स
Delhi Mumbai Expressway: दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे पर टोल टैक्स को लेकर बड़ा मामला सामने आया है। मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में इन दिनों घर पर खड़े वाहनों का भी टोल टैक्स कटने का मामला सामने आया है। वाहन घर-आंगन में खड़ा है। लंबे समय से स्टार्ट भी नहीं किया फिर भी फास्टैग से 500 से लेकर 3 हजार रुपए काट लिए गए।
मोबाइल पर राशि कटने का मैसेज मिलते ही वाहन चालक चौंक गए। ऐसा एक-दो नहीं बल्कि 70-80 लोगों के साथ हो चुका है और लगातार हो रहा है। दरअसल सॉफ्टवेयर संबंधी गलती के कारण दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के टोल प्लाजा परेशानी का सबब बन रहे हैं। 2 माह से नीमथुर, गरोठ, दलावदा, थांदला टोल प्लाजा पर फास्टैग से राशि कटने की शिकायतें बढ़ी हैं।
मामले में अधिकारियों का कहना है राशि रिफंड करवाएंगे। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर मध्यप्रदेश के टोल से इंटर-एक्जिट के नाम पर कई लोगों का टोल काटा जा रहा है। जबकि वाहन इस रोड पर चले ही नहीं। लोग अब टोल मैटेन करने वाले कंपनी तक शिकायतें पहुंचा रहे हैं। आर्थिक नुकसान व मानसिक परेशानी झेलने जैसे हालात बन रहे हैं। दूसरा पहलू ये है कि रिफंड कितना हुआ है उसका कोई डाटा नहीं है।
4 बार टोल काटा, शिकायत के बाद भी अब तक रिफंड नहीं मिला
गरोठ निवासी राजेंद्र गुप्ता ने बताया कि 4 फरवरी 2025 को मेरा 16. चक्के का ट्रक (आरजे 9 जीसी 3962) दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के गरोठ पॉइंट से चढ़ा था। जो टिमरवानी (थांदला) पॉइंट पर उतरा। रात में 12.21 बजे 2510 रुपए का टोल काटा था। सुबह 9.02 बजे पुनः इस गाड़ी का फास्टैग से 3170 रुपए का टोल काट लिया गया।
जबकि वाहन दोबारा यहां से नहीं निकला। इसी तरह दूसरा ट्रक (आरजे-09-जीडी-5045) का भी रात में 11.14 बजे 2510 रुपए का टोल काटा व अगले दिन सुबह 10.44 बजे 3170 रुपए का फिर टोल काट लिया गया। जबकि वाहन इधर आया ही नहीं। कंपनी को शिकायत की लेकिन आज तक रिफंड नहीं मिला।
10 दिन में करेंगे निराकरण
संदीप पाटीदार, प्रोजेक्ट डायरेक्टर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे ने इस मामले में कहा कि सॉफ्टवेयर कंपनी जो एंट्री-एक्जिट को रीड करती है। उनके सॉफ्टवेयर में समस्या होने के कारण दिक्कतें आई हैं। हमने दिल्ली हेड क्वार्टर को जानकारी भेज दी है। कंपनी को बदलने के लिए भी लिखा है। 10 दिनों में समस्या का निराकरण कर लिया जाएगा।
शिकायत करने पर सभी को रिफंड हो रहा है। 1033 हेल्पलाइन पर कॉल कर शिकायत दर्ज करने पर शिकायत हम तक पहुंचती है। हम उसका निराकरण करने के लिए कंपनी को भेजते हैं। बावजूद रिफंड नहीं हो रहा है तो सभी टोल प्लाजा को निर्देशित करेंगे कि संबंधित से लिखित शिकायत लेकर उन्हें रिसिप्ट प्रदान करें। समस्या का जल्द निराकरण करवाएं ताकि यात्रियों को असुविधा न हो।\