Bina News:4326 किसानों ने किया समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए पंजीकरण, लेकिन सिर्फ 2084 ने ही बेच पाए
Bina News: समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए इस साल बीना तहसील के 4326 किसानों ने पंजीयन कराया था। उपार्जन के लिए बीना में 11 केंद्र बनाए गए थे। शासन के निर्देशानुसार 15 मार्च से गेहूं की खरीदी होनी थी, लेकिन फसल कटाई शुरू न होने से किसानों ने 5 अप्रैल से गेहूं बेचना शुरू किया था। खरीदी की अंतिम तारीख 5 मई थी।
इस अवधि में सिर्फ 2084 किसान ही 1.82 लाख क्विंटल गेहूं समर्थन मूल्य पर बेच पाए हैं। तारीख न बढ़ने के कारण 2242 किसान समर्थन मूल्य पर गेहूं नहीं बेच पाए हैं। इनमें कुछ किसान तो ऐसे हैं जिनके गेहूं की तौल होने के बाद भी पोर्टल पर फीड नहीं हो पाया है।समर्थन मूल्य पर की गई खरीदी को लेकर किसानों का कहना है कि शासन ने समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी समय से पहले शुरू कर दी थी।
उपार्जन की तारीख 15 मार्च से 5 मई निर्धारित की थी। खरीदी की तारीख तय होने के बाद भी 1 अप्रैल तक केंद्रों की स्थापना नहीं की गई थी। बीना के सभी 11 केंद्रों पर 5 अप्रैल के बाद खरीदी शुरू हुई है। बीच-बीच में बारदाना कम होने के कारण तौल का काम प्रभावित हुआ।
किसानों को उम्मीद थी हर वर्ष की तरह इस बार से तारीख बढ़ाई जाएगी, लेकिन सरकार के आदेशानुसार 30 अप्रैल तक स्लॉट बुक हुए और 5 मई से खरीदी बंद कर दी गई। इसका परिणाम यह हुआ है कि बीना में 2242 किसान समर्थन मूल्य पर गेहूं नहीं बेच पाए हैं। यह किसान अब समितियों के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन तारीख न बढ़ने के कारण केंद्र संचालक केंद्र पर गेहूं लाने से मना कर चुके हैं। तारीख बढ़ने की उम्मीद में जो किसान समर्थन मूल्य पर गेहूं नहीं बेच पाए हैं उन्हें अब मजबूरी में मंडी में कम दाम पर गेहूं बे गेहूं बेचना पड़ेगा।
तौल होने के बाद भी पोर्टल पर पर दर्ज नहीं हुआ गेहूं
शासन ने समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए स्लॉट बुक करने की तारीख 30 अप्रैल निर्धारित की थी। इस तारीख को बड़ी संख्या में किसानों ने स्लॉट बुक कराया था। इसके बाद केंद्रों पर गेहूं बेचने के लिए किसानों की भीड़ लग गई। स्लॉट बुक होने के कारण केंद्र संचालकों ने गेहूं की तौल भी करा ली, लेकिन 4-5 मई को उपार्जन पोर्टल का सर्वर डाउन होने के कारण इन कुछ किसानों की उपज पोर्टल पर फीड नहीं हो पाई है।
समर्थन मूल्य खरीदी केंद्र पुरैना पर गेहूं बेचने वाले भिलावली निवासी किसान रवि कुशवाहा, शांतनु चंदेल सहित कई किसान पोर्टल पर गेहूं फीड कराने चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन पोर्टल लॉक होने के कारण उन्हें कोई समाधान नहीं मिल रहा है। अब किसानों से कहा जा रहा है कि वह अपना गेहूं केंद्र से उठाकर वापस ले जाएं।
20 किसान लगा चुके केंद्र के चक्कर
मंडीबामोरा समर्थन मूल्य खरीदी केंद्र संचालक कुलदीप सिंह का कहना है कि पिछले साल 1 अप्रैल से 15 जून तक खरीदी चली थी। करीब दो माह का समय मिलने के कारण ज्यादातर किसानों ने समर्थन मूल्य पर अपनी उपज बेच दी थी। इस साल 5 अप्रैल से व्यवस्थित खरीदी शुरू हुई 5 मई को पोर्टल लॉक कर दिया गया। इसकी वजह से बहुत से किस गेहूं नहीं बेच पाए हैं। 20 से ज्यादा किसान गेहूं बेचने के लिए केंद्र के चक्कर लगा रहे हैं।
लक्ष्य से ज्यादा खरीदी
निर्धारित तारीख तक लक्ष्य से ज्यादा खरीदी हो चुकी है। तारीख बढ़ने की उम्मीद नहीं है। जिन किसानों के गेहूं की फीडिंग नहीं हो पाई है उसके लिए भी पोर्टल नहीं खुलेगा। - ज्योति बघेल, जिला खाद्य आपूर्ति
नियंत्रक, सागर