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Ratlam News: जावरा-आगर टू-लेन स्थित गांव हाटपिपल्या रोड नेटवर्क का बना मिनी जंक्शन, रोजगार के नए अवसर हुए पैदा

 

Ratlam News: रतलाम जिले का हाटपिपल्या गांव इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। यह गांव जावरा-आगर टू-लेन रोड का मिनी जंक्शन बन गया है। तहसील मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर जावरा-आलोट-आगर टू-लेन हाइवे पर गांव हाटपिपल्या तरक्की की राह पर अग्रसर है। रोड नेटवर्क में मिनी जंक्शन की तरह है। जावरा-आगर टू-लेन 2012 में बना था।

फिर 2019-20 में होरी हनुमान से रिंगनोद होकर हाटपिपल्या से बड़ावदा तक टू-लेन बना। इससे महू-नीमच हाइवे के साथ ही राजस्थान की पहुंच आसान हो गई।

अब हाल ही में रोला-लोद-मंडावल टू-लेन तैयार है। सिर्फ पिंगला और मलेनी नदी में दो ब्रिज का काम चल रहा है। ये पूरा होते ही वाहन सरपट दौड़ेंगे। इन सभी का केंद्र बिंदु हाटपिपल्या ही है। इसका फायदा ये हो रहा है कि इन सभी रूट से लगे 15 से अधिक गांव हाटपिपल्या से सीधे जुड़ गए हैं। इनके लोग खरीदारी के लिए हाटपिपल्या के बाजार का ही रुख करते हैं। इससे व्यापार बढ़ा और इसी ने गांव को आर्थिक मजबूती दी है।

यहां एक किमी के दायरे में 3 पेट्रोल पंप हो गए। गांव में 50 से ज्यादा दुकानें हैं। हर बुधवार को बस स्टैंड के पीछे गांधी चौक में हाट-बाजार लगता है। सब्जी व
कपड़े के साथ मनिहारी की दुकानें लगती हैं। 

ग्राम पंचायत को भी आय होती है। इसी गांव में ताल-आलोट रोड पर प्रसिद्ध जिनालय श्री अष्टापद जैन तीर्थ है। इसने हाटपिपल्या को देश के विभिन्न राज्यों में पहचान दी है। यहां आने वाले श्रद्धालुओं की वजह से भी बाजार में रौनक बढ़ती है। अच्छी बात ये है कि गांव में पुलिस चौकी है। इससे असुरक्षा का डर भी नहीं है। 

पुलिस ने कुछ महीनों पहले जनसहयोग से पूरे गांव में प्रमुख चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगा दिए हैं। यानी खुफिया निगरानी से गांव की सुरक्षा हो रही है। पहले जलसंकट था लेकिन पीएचई ने जल जीवन मिशन के
तहत पूरे गांव में पाइप लाइन डाल दी। अब हर दूसरे दिन प्रेशर के साथ पर्याप्त पानी मिलता है। अभी तो कुएं व ट्यूबवेल की सप्लाई है लेकिन जब गांव नदी समूह पेयजल योजना से जुड़ जाएगा तो स्थायी समाधान हो जाएगा। एक अच्छी बात ये है कि 7 किलोमीटर दूर ही चंबल नदी है, जहां सिंचाई के लिए तंबोलिया डेम बना है। इसके कारण भू-जलस्तर में वृद्ध हुई और आसपास के गांवों में ग्रीष्मकालीन जलसंकट भी नहीं रहता है। 

पंचायत सचिव रणवीर सिंह सोलंकी बताते हैं कि बेहतर रोड कनेक्टिविटी और बढ़ता व्यापार ही गांव हाटपिपल्या की आर्थिक समृद्धि का आधार है। ग्राम पंचायत स्तर पर भी हितग्राही मूलक योजनाओं से जरूरतमंदों को पूरा लाभ दिया जा रहा है।