Right to education: रतलाम जिले में आरटीई का प्रवेश रेशो बढ़ाने घटा दीं सीटें, 5 साल पहले 1100 थीं, अब 400 रह गई
Ratlam News: रतलाम जिले के जावरा ब्लॉक में 105 प्राइवेट स्कूल हैं। इनकी 25 फीसदी सीटों पर न राइट-टू-एजुकेशन एक्ट (आरटीई) के तहत गरीब बच्चों को प्रवेश दिया जाता है। लंबे समय से सीटें अधिक होने के बावजूद प्रवेश रेशो न नहीं बढ़ रहा था। यही कारण है कि 2 साल से सीटों को ही कम कर दिया है। 5 साल पहले जहां 1100 सीटें होती थीं वो अब 400 ही रह गई हैं। इसके कारण अब रिकॉर्ड में न आरटीई का प्रवेश रेशो बढ़ गया है। । हाल ही में आरटीई प्रवेश प्रक्रिया * को शेड्यूल आया। इसमें 5 मई को सीटें शो होंगी। इसके बाद 7 मई से ऑनलाइन आवेदन शुरू होंगे। बता दें कि पहले स्कूल सीटें लॉक करता था तो पता रहता था कि कितने आवेदन हो सकते हैं लेकिन अब सीटें भोपाल से लॉक हो रही हैं।
2024-25 से आरटीई सीटों का अपडेशन पोर्टल से हो रहा है। जितने छात्रों की जानकारी पोर्टल पर दर्ज है, उसी मान से रेशो निकालकर भोपाल से सीटें निर्धारित हो रही हैं। यही कारण है कि सीटें घट रही और रिकॉर्ड में प्रवेशित छात्रों का रेशो बढ़ रहा है। आरटीई का उद्देश्य गरीब तबके के बच्चों को निजी स्कूलों में पढ़ने का मौका देना है। इसके लिए उन्हें फीस नहीं देना पड़ती, सबकुछ शासन वहन करता है। इस बार आरटीई की प्रवेश प्रक्रिया एक महीने लेट हो गई है। अब जब ग्रीष्मकालीन अवकाश शुरू हो गए हैं और बच्चे अपने माता-नाना के यहां छुट्टियां मनाने चले गए हैं। तब जाकर विभाग ने आरटीई का शेड्यूल जारी किया। इसका असर आरटीई के प्रवेश पर पड़ेगा। अमूमन 5 साल पहले तक सीटें अधिक होने के कारण प्रवेश लेने वाले छात्रों का रेशो 50 फीसदी भी नहीं होता था। अब प्रवेशित छात्रों के मान से सीटें फाइनल हो रही हैं। आरटीई प्रभारी नीता शर्मा ने बताया 5 मई को पोर्टल पर सीटें शो होंगी जिसके बाद पता चलेगा कि कितने बच्चों को आरटीई में प्रवेश मिलेगा। पिछले साल 339 सीटें अलॉट हुई, 43 रह गए वंचित
2024-25 के लिए आरटीई के दो चरण रखे गए थे। इसमें पहले चरण में प्राइवेट स्कूलों की रिक्त 382 सीटों के लिए आवेदन हुए थे। इसमें से 339 सीटों का तो अलॉटमेंट हो गया था। छात्रों ने प्रवेश भी ले लिए लेकिन 43 सीटों के लिए दूसरा चरण शुरू करने की प्लानिंग थी। इसमें उन बच्चों को मौका मिलना था जिन्होंने आवेदन
किए और वेरिफिकेशन में वे पास भी हो गए लेकिन पहले चरण में मौका नहीं मिला। छात्रों को सिर्फ स्कूल च्वाइस फीलिंग अपडेट करना था। हैरानी है कि बाद में दूसरे चरण की तारीख आगे बढ़ गई और बाद में 43 सीटों पर प्रवेश हुए ही नहीं।
ये है शेड्यूल
सीटें फिक्स - 5 मई
आवेदन शुरू - 7 मई
आखिरी तारीख - 21 मई
आखिरी सत्यापन - 23 मई
लॉटरी - 29 मई