Neemuch: नीमच शहर में 7 साल से बना रहे पीएम आवास, 2023 में करने थे आवंटित, अब तक पानी- बिजली जैसे काम अधूरे
Neemuch: नीमच शहर में प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहर में कनावटी रोड पर 3 श्रेणियों में मल्टीनुमा फ्लैट्स बनना थे। यह 2022 के अंत में तैयार होकर 2023 के शुरू में मिल जाना थे। हालात ये हैं कि अब भी इसकी अंतिम तारीख तय नहीं है।
विशेषज्ञों व नपा के जानकारों के अनुसार यह देरी नपा के इंजीनियरों और अधिकारियों की अनदेखी के कारण देरी हो रही है। पानी, सड़क, ड्रेनेज, बिजली, पार्क आदि जैसी मूलभूत सुविधा जो मल्टियों के निर्माण के साथ-साथ देना थी, इनके कार्य देरी से शुरू किए। पानी टंकी निर्माण तो 2023 में शुरू किया, जबकि सीवरेज लाइन के लिए कोई पुख्ता प्लान तक नहीं था। जब तकनीकी दिक्कत आई तो अलग से एसटीपी प्लांट पर कार्य शुरू किया जो अब जाकर हुआ। वहीं बिजली कनेक्शन होना तो अब भी बाकी है। इससे 348 परिवारों को इनका अब भी इंतजार है। पहले चरण में 2016-17 में मल्टी सिस्टम के तहत 65 करोड़ रुपए से ईडब्ल्यूएस, एलआईजी और एमआईजी श्रेणी के 936 फ्लैट्स स्वीकृत हुए थे।
नपा ने 2017-18 में कनावटी रोड पर ईडब्ल्यूएस व एलआईजी के 144-144 और एमआईजी श्रेणी के 60 फ्लैट्स का निर्माण शुरू किया। लेटलतीफी के कारण 348 फ्लैट्स का निर्माण आधा भी नहीं हो पाया था कि योजना की बाकी जमीन जहां शेष फ्लैट्स बनना थे। वह मेडिकल कॉलेज के लिए आवंटित होने के कारण नपा ने 2020 में बचे 588 आवास शासन को सरेंडर कर दिए। इसके बाद लगातार कार्य धीमी गति से चलता रहा।
ईडब्ल्यूएस श्रेणी के 144 हितग्राहियों को 2021 के शुरू में ही पजेशन देने के साथ गृह प्रवेश करवाना था। जुलाई-2021 में नगरीय प्रशासन एवं विकास संचालनालय मप्र शासन द्वारा पीएम आवास योजना की समीक्षा बैठक में 31 दिसंबर-2022 तक सभी काम पूर्ण करने के लिए समय दिया था। ताकि 26 जनवरी-2023 तक लोगों को गृह प्रवेश करवाया जा सके। इंजीनियरों, सीएमओ व पीएम आवास योजना के तहत भोपाल से नियुक्त साइट इंजीनियर ने भी रुचि नहीं दिखाई। पानी की टंकी निर्माण सहित सीवरेज लाइन, बिजली, पार्क, सड़क, ड्रेनेज लाइन निर्माण, प्रवेश सहित अन्य कार्य बाकी थे।
15 मई तक कार्य पूर्ण करने के लिए कहा
अध्यक्ष नपा स्वाति चोपड़ा ने बताया कि पहले क्यों और कैसे देरी हुई, इसे लेकर तो कुछ नहीं कह सकती। जब से मैंने नपाध्यक्ष का काम संभाला है, पार्षद साथियों के साथ मिलकर सांसद, विधायक से लेकर मंत्री व मुख्यमंत्री तक से मिलने के साथ कलेक्टर व सीएमओ से भी लगातार चर्चा कर काम करवाए हैं। सीवेरज के लिए तो कोई प्रावधान नहीं था, तकनीकी दिक्कत आई तो हमने वहीं पर एसटीपी प्लांट तैयार करवाया। बिजली कनेक्शन सहित कुछ काम बाकी हैं, मैंने 15 मई तक कार्य पूर्ण करने के लिए कहा है। यदि ज्यादा देरी होती है तो परिषद में चर्चा कर निर्णय लेंगे।
योजना बनाकर साथ-साथ करना थे सभी काम: गांधी
इंजीनियर फोरम के पूर्व जिलाध्यक्ष व वरिष्ठ इंजीनियर दर्शन गांधी के पास सिविल इंजीनियरिंग का लंबा अनुभव है। गांधी ने बताया कि जब भी कोई कॉलोनी या इस प्रकार के प्रोजेक्ट पर काम होता है तो जैसे ही बिल्डिंग काम शुरू होता है, उसके साथ-साथ ही ओवरहेड वाटर टैंक, अंडर ग्राउंड ड्रेनेज, रोड निर्माण, स्ट्रीट लाइट, पार्क निर्माण, कम्युनिटी हॉल सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं के काम होना चाहिए थे। वहां पर 348 फ्लैट का निर्माण हुआ है तो लगभग 2 हजार व्यक्ति रहेंगे। इनके लिए मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्थाएं साथ-साथ करना चाहिए। कहीं न कहीं अधिकारियों द्वारा इस पर ध्यान नहीं दिए गया। इसके कारण देरी हुई और अभी-भी जितना काम बाकी है, उससे देरी होने की संभावना है।