MP News: टीम पहुंचने के पहले तक चल रहे थे फर्जी क्लीनिक, 1 घंटे पहले बंद करके चले गए
MP News: मध्य प्रदेश में आदिवासी बहुल पेटलावद क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टरों का गिरोह गरीब मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहा है। इन्हें बंगाली डॉक्टर कहा जाता है, पर कोई नहीं जानता कि ये कहां के रहने वाले हैं। इनकी पढ़ाई आठवीं या दसवीं से ज्यादा नहीं है। इसके बावजूद इन्होंने पैसों के दम पर स्वास्थ्य विभाग, मेडिकल संचालकों और स्थानीय स्सूखदारों की शह पर क्लीनिक खोल रखे हैं। प्रशासन ने यहां कार्रवाई की, लेकिन छापे के एक घंटे पहले तक नगर में 8 से 10 झोलाछाप क्लीनिक चल रहे थे। छापे के दौरान सभी दुकानें और अस्पताल बंद या खाली मिले।
नगर में 8 से 10 झोलाछाप डॉक्टर खुलेआम इंजेक्शन और बाटल लगा रहे हैं। मुख्य चौराहे के पास बंगाली डॉक्टर पी मंडल ने तीन कमरों में क्लीनिक खोल रखा है। यहां मरीजों की लाइन लगती है। खुलेआम भर्ती कर एलोपैथी इलाज किया जाता है। पी मंडल के खिलाफ तत्कालीन अपर कलेक्टर रविंद्र डफरिया ने कार्रवाई कर दवाइयां जब्त की थीं।
एफआईआर भी दर्ज हुई थी। कोर्ट में शपथ पत्र देकर इलाज नहीं करने का वचन देने के बाद उन्हें जमानत मिली थी। अब तक उनके खिलाफ चार प्रकरण बन चुके हैं।
गांधी चौक पर बंगाली बबलू का भी यही हाल है। एसडीएम तनुश्री मीणा ने कुछ समय पहले उसके कथित अस्पताल पर छापा मारा था। प्रकरण बनाकर अस्पताल को सील किया गया था। सील वाला ताला अब भी लगा है, लेकिन अन्य दरवाजे से दुकान पहले की तरह चालू है। पड़ोसियों ने अधिकारियों को बताया कि इनका पूरा गिरोह सक्रिय है।