इंदौर में इन किसानों को मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू
शहर के लिए प्रस्तावित आउटर रिंग रोड (पश्चिम) के लिए सर्वे और सीमांकन के बाद अवॉर्ड पारित करने का काम इसी सप्ताह पूरा हो जाएगा। कलेक्टर आशीष सिंह ने सांवेर, देपालपुर और हातोद के एसडीएम को यह जिम्मा सौंपा है। सिंह ने कहा, इसी सप्ताह जमीन के बदले गाइड लाइन के मुताबिक अवॉर्ड पारित किए जाएं, ताकि आगे की प्रक्रिया जल्द बढ़ सके। पश्चिमी हिस्से में देपालपुर, हातोद और सांवेर तहसील के गांवों में यह सर्वे पूरा हुआ है। कुल 160 किमी से ज्यादा के आउटर रिंग रोड में पश्चिमी हिस्सा 64 किमी का है।
एसडीएम घनश्याम धनगर ने बताया, प्रक्रिया शुरू कर दी है। तीन से चार दिन में यह काम हो जाएगा। सर्वे नंबर के आधार पर नोटिफिकेशन पहले ही हो गया था। जो गांव तहसीलों में शामिल थे, उनमें सर्वे का काम भी पूरा हो गया है। पश्चिमी हिस्से की कुल लंबाई 64 किमी है। इसमें से 30 किमी का हिस्सा हातोद और सांवेर का है। सांवेर का 23.60 किमी का हिस्सा है, जिसमें 9 गांव शामिल हैं, इसमें धतूरिया, बालोदट्टाकुन, सोलसिंदा, कटक्या, ब्राह्मण पीपल्या, मुंडला हुसैन, जैतपुरा, पीरकराड़िया, बरलई जागीर की कुल 189.4392 हेक्टेयर जमीन आ रही है।
देपालपुर के 5 गांव इस योजना में शामिल हैं
देपालपुर के 5 गांव हैं। इनमें किशनपुरा, बेटमा खुर्द, मोहना, ललेंदीपुरा, रोलाय और हातोद तहसील में बढ़ोदिया पंथ, कराड़िया, सिकंदरी, अकसोदा, पालादी, मिर्जापुर, अमिया, मांगलिया अर्णिया शामिल हैं। इसमें निजी जमीन 184.7795 हेक्टेयर है, वहीं सरकारी जमीन 75.5175 हेक्टेयर। इस तरह कुल 260.297 हेक्टेयर जमीन इस हिस्से में शामिल है। मुआवजा वितरण पूरा होते ही सड़क का काम एजेंसी शुरू कर सकेगी।