इंदौर-दाहोद रेल परियोजना पर इस शहर में 40 किलोमीटर में बनेंगे सात रेलवे ओवरब्रिज
इंदौर-दाहोद रेल परियोजना की प्रमुख कड़ी धार से टीही के बीच तैयार हो रही है, जिसमें पटरी बिछाने से लेकर रेलवे ब्रिज का काम तेज गति से चल रहा है। रेलवे प्रोजेक्ट में प्रदेश की सबसे बड़ी टनल टीही बनाई जा रही है, तो वहीं धार से टीही क्षेत्र के बीच 40 किमी में सात रेलवे ओवर ब्रिज भी बनाए जा रहे हैं।
रेल लाइन के निर्बाध संचालन के लिए नेशनल हाइवे पर इन आरओबी से यातायात को बड़ी राहत मिलेगी। टीही से धार के बीच सेक्शन पर सात रेलवे ओवरब्रिज इस साल के अक्टूबर तक पूरी तरह से तैयार हो जाएंगे। इस रूट पर दो सिक्स लेन, तीन फोरलेन और दो टू लेन ओवरब्रिज का निर्माण हो रहा है। रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार भाटखेड़ी-पीथमपुर रोड पर टू लेन, सोहागपुरा सागौर मार्ग पर फोरलेन और सागौर गांव में फोरलेन ओवरब्रिज बनाया जा रहा है।
इन तीनों आरओबी का कार्य अगस्त माह में पूर्ण होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसके बाद इन ओवरब्रिज से आवागमन शुरू हो सकेगा, जिससे आम नागरिकों को आवागमन में काफी राहत मिलेगी। पश्चिम रेलवे निर्माण विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार टीही रेलवे स्टेशन से धार रेलवे स्टेशन के बीच लेबड़-मानपुर रोड पर फोरलेन ओवरब्रिज का कार्य भी तेजी से हो रहा है।
प्रोजेक्ट में करीब 75 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। वहीं, राष्ट्रीय राजमार्ग 59 पर दो सिक्स लेन आरओबी का कार्य भी लगभग 90 फीसदी तक पूर्ण हो चुका है।
2026 अंत तक धार से इंदौर के बीच रेल संचालन की उम्मीद
रेलवे अधिकारियों के अनुसार प्रोजेक्ट का पहला चरण धार से इंदौर के बीच 60 किमी है, जिसमें 35 से 40 किमी के हिस्से में पटरी बिछाने का काम पूरा हो चुका है। वहीं ओवरब्रिज व पुल-पुलिया बनने से मार्ग में आने वाली बाधाएं दूर होगी। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि साल 2026 के अंत तक धार से इंदौर के बीच रेल का संचालन शुरू हो सकता है।
सुगम होगा यातायात, मिलेगी राहत
रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण के बाद महू-नीमच रोड सहित धार जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों के आवागमन में लोगों को राहत मिलेगी। अभी आरओबी निर्माण के कारण लोगों को वैकल्पिक मार्गों से आवागामन करना पड़ रहा है, जिससे वाहनों की धीमी रफ्तार के कारण लोगों को बार-बार जाम के हालात से जूझना पड़ रहा है।
इसी के साथ रतलाम-धार रोड पर भी फोरलेन रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। इस रेलवे ओवरबिज के कार्य की गति अन्य ओवरब्रिज की तुलना में धीमी बताई जा रही है। इधर, रेलवे के निर्माण कार्यों से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि अक्टूबर तक सभी रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण पूर्ण कर लिया जाएगा। इसके बाद इन्हें आवागमन के लिए शुरू कर दिया जाएगा