1991 में फिल्म 'फूल और काटे' रिलीज हुई थी। ये न सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई, बल्कि यह बॉलीवुड को रातोंरात दो नए सितारे अजय देवगन और मधु दे गई। यह फिल्म जिसका बॉक्स ऑफिस पर मुकाबला यश चोपड़ा की बड़ी फिल्म 'लम्हे' से था, अपने एक्शन और शूटिंग के दिलचस्प किस्सों के लिए मशहूर है।
अजय (जो एक्शन डायरेक्टर वीरू देवगन के बेटे हैं) इस फिल्म में काम करने के इच्छुक नहीं थे। वह उस समय कॉलेज में थे और असिस्टेंट डायरेक्टर का काम एंजॉय कर रहे थे। उनसे यह फिल्म उनके पिता ने जबरदस्ती करवाई थी। उनके पिता वीरू ने उनसे सिर्फ ये कहा था कि उन्हें ये फिल्म करनी ही है और कुक्कू कोहली इसे डायरेक्ट करेंगे।
अजय को एक महीने में इसके लिए शूटिंग शुरू करनी पड़ी। हालांकि वीरू ने एक इंटरव्यू में इस बात का जिक्र किया था कि एयरकंडीशंड रूम में सोने वाले बच्चे को हीरो बनाना आसान नहीं था। अजय को कड़ी ट्रेनिंग दी गई। फिल्म की हीरोइन मधु शाह भी डेब्यू फिल्म की स्क्रीनिंग देखकर निराश हो गई थीं। वह फिल्म रिलीज होने के बाद 4 दिन तक अपने घर से बाहर नहीं निकलीं थीं।

