Old Hindi Song: 3 मिनट 45 सेकंड का लता मंगेशकर और मोहम्मद रफी का यह नगमा आज भी बढ़ा देता है दिलों की धड़कन, 55 वर्षों से बना हुआ है लोगों का फेवरेट
Old Superhit Hindi Song: हिंदी संगीत जगत में कई पुराने गाने ऐसे हैं जो वर्षों का समय बीत जाने के बाद भी संगीत प्रेमियों के दिलों पर राज कर रहे हैं। इन बेहतरीन गानों की धुन कई दशकों से संगीत प्रेमियों के कानों को सुकून दे रही है।
आज हम जिस गाने की बात कर रहे हैं उसे 70 के दशक (70's Superhit Hindi Song) की शुरुआत में आज से 55 वर्ष पहले रिलीज हुई फिल्म ‘गीत' के लिए बनाया गया था। इस सदाबहार गाने (Evergreen Old Hindi Song) को उस दौर में टाइटल दिया गया था, ‘मेरे मितवा मेरे मीत रे'। 1970 में रिलीज हुआ यह गाना आज भी करोड़ संगीत प्रेमियों के दिलों पर राज कर रहा है।
स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) और मोहम्मद रफी साहब की आवाज में स्वरबद्ध यह गाना आज के दौर में भी हर घर में बजता हुआ सुनाई दे जाएगा। इस सदाबहार गाने को बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता राजेंद्र कुमार (Rajendra Kumar) और अभिनेत्री माला सिन्हा (Mala Sinha) पर फिल्माया गया था।
दिल को छू लेने वाला यह गाना 55 वर्षों का समय बीत जाने के बाद भी पुराना नहीं हुआ है। इंटरनेट के इस दौर में लता मंगेशकर और मोहम्मद रफी साहब के इस खूबसूरत गाने (Mohammad Rafi hit song) को लोग खूब सर्च कर रहे हैं।
कल्याणजी, आनंदजी ने दिया था ‘मेरे मितवा मेरे मित रे' गाने (Old Song) को मधुर संगीत
70 के दशक में रिलीज हुए ‘मेरे मितवा मेरे मित रे' गाने की धुन आज भी लोगों को दीवाना बना देती है। इस सदाबहार गाने को कल्याणजी और आनंदजी ने मधुर संगीत से संवारा था। कल्याणजी, आनंदजी बॉलीवुड के बेहतरीन संगीतकार रहे हैं।
इस जोड़ी में बॉलीवुड को कई बेहतरीन गाने दिए हैं। 70 के दशक (70’s Evergreen Hindi song) में इस गाने के दिल को छू लेने वाले संगीत ने धमाल मचा दिया था।
इनके द्वारा लिखे गए ‘मेरे मितवा मेरे मित रे' गाने (Old Hindi song)को आज भी लोग बड़े चाव से सुनते हैं। बॉलीवुड इंड्स्ट्री की इस कामयाब संगीतकार जोड़ी के लिखे सदाबहार गाने आज भी लोगों को खूब भाते हैं।
इन्होंने मिलकर हिंदी सिनेमा की दो सौ से ज्यादा फिल्मों के गानों को संगीत दिया है। कल्याणजी और आनंदजी (Kalyanji AnandJi) का संगीत से पुश्तैनी ताल्लुक था। इनके दादा और परदादा गुजरात के मशहूर लोक संगीतकारों में से एक थे।
70 के दशक में बने ‘गीत' फिल्म के सदाबहार गाने (Evergreen Old Hindi Song) ‘मेरे मितवा मेरे मीत रे' गाने को कल्याणजी आनंदजी द्वारा दी गई धुन 5 दशकों से हिंदी संगीत प्रेमियों की फेवरेट बनी हुई है।
कल्याणजी और आनंदजी के मधुर संगीत से सजा स्वर कोकिला लता मंगेशकर और मोहम्मद रफी की आवाज में स्वरबद्ध ‘मेरे मितवा मेरे मीत रे' सदाबहार गाना (Lata Mangeshkar and Mohammad Rafi song) आज भी 70 के दशक की यादें ताजा कर देता है।