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Evergreen Superhit Old Hindi Song: 5 मिनट 47 सेकंड के लता और मोहम्मद रफी के इस नगमे ने 70 के दशक में मचा दिया था धमाल, 53 वर्ष बाद भी नहीं पड़ी है गाने की चमक फीकी

 

Mohammad Rafi And Lata Mangeshkar Song: मोहम्मद रफ़ी साहब और लता मंगेशकर हिंदी सिनेमा जगत के उन महान फनकारों में से एक हैं, जिन्होंने कई यादगार और खूबसूरत गीत (Mohammad Rafi Songs) हिंदी संगीत जगत को दिए थे। इन गीतों में एक ‘चल प्रेम नगर’ (Chal Prem Nagar) आज भी लोगों की जुबां पर है।

 यह सदाबहार गाना बॉलीवुड की पार्श्व गायिका लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar song) और सुरों के सरताज मोहम्मद रफी साहब की गर्व भरी उपलब्धियों में से एक है। इस बेहतरीन गाने को मधुर संगीत से लक्ष्मीकांत प्यारेलाल जी (Lakshmikant Pyarelal) ने संवारा था। इस गाने के संगीत में उस दौर में लोगों को दीवाना बना दिया था। आज भी इस गाने की धुन को हिंदी संगीत प्रेमी पड़े चाव से सुनते हैं। 

‘चल प्रेम नगर’ गाने (Old Hindi Song) को 60 और 70 के दशक में कई बेहतरीन फिल्में देने वाले रणधीर कपूर और अभिनेत्री बबीता पर फिल्माया गया था। यह गाना 1972 में रिलीज हुई फिल्म ‘जीत' के लिए बनाया गया था। ‘जीत' फिल्म के इस सदाबहार गाने के बोल आनंद बक्शी जी (Anand Bakshi) ने लिखे थे।

आनंद बक्शी जी द्वारा लिखे गए..... ओ हो हो हो हो ओ तांगेवाले, की हाल है कुड़िये, चल प्रेम नगर जाएगा... बतला ओ तांगे वाले, प्रेम नगर जाएगा, क्यूं प्रेम नगर जाएगा बतला ओ तांगे वाले.... गाने के बोल आज भी हिंदी संगीत प्रेमियों के दिलों पर राज कर रहे हैं। 

53 वर्ष बाद भी ‘चल प्रेम नगर जाएगा' गाने की चमक नहीं पड़ी है फीकी

बॉलीवुड के ब्लॉकबस्टर सदाबहार हिंदी गाने (Evergreen Old Hindi Song) चल ‘प्रेम नगर जाएगा' गाने को रिलीज हुए 5 दशक सबसे अधिक कम में गुजर गया है। इतना लंबा अरसा बीत जाने के बाद भी यह सदाबहार नगमा हिंदी संगीत प्रेमियों की प्लेलिस्ट में फेवरेट बना हुआ है।

53 वर्ष पूर्ण होने के बाद भी इस गाने (Old Hindi song) की चमक वैसे ही बनी हुई है जैसी 70 के दशक (70's Superhit Hindi Song) में थी। यानि आज के दौर में भी इस गाने की लोकप्रियता पर कोई असर नहीं पड़ा है। भारत रत्न पार्श्व गायिका लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) और सुरों के सरताज मोहम्मद रफी साहब की जादुई आवाज में बने इस सदाबहार गाने के वीडियो को आज के दौर में भी हिंदी संगीत प्रेमी यूट्यूब पर बार-बार देख रहे हैं। 

लक्ष्मीकांत प्यारेलाल जी (Lakshmikant Pyarelal) द्वारा दी गई इस गाने की धुन 2025 में भी 70 के दशक की यादें ताजा कर देती है। इस गाने का संगीत इतना प्यार है कि आज भी दिल को छू जाता है। यह सदाबहार का हिंदी गाना (Evergreen Old Hindi Song) पिछले 5 दशकों से हिंदी संगीत को पसंद करने वाले लोगों की दिलों दिमाग पर राज कर रहा है।

इस गाने को सुनकर आज भी लोग स्वर कोकिला लता मंगेशकर और सुरों के सरताज मोहम्मद रफी साहब (Lata Mangeshkar and Mohammad Rafi song) की जादुई आवाज के साथ लक्ष्मीकांत प्यारेलाल जी के संगीत की भी खूब तारीफ करते हैं।