Evergreen Old Song : 60 के दशक का 4 मिनट 13 सेकेंड का यह गाना युवा पीढ़ी के लिए बना हुआ पहली पंसद, देखे पूरी वीडियो
60's Superhit Hindi Song : 60 के दशक में बालीवुड में धर्मेंद्र ने दिग्गज कलाकार के रूप में अपनी पहचान बनाई। उस जमाने में धर्मेंद्र ने एक के बाद एक हिट फिल्म दी और हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में अलग पहचान बनाने का काम किया। इस दौरान धर्मेंद्र को ही मैन के नाम से जाना जाता है। वर्ष 1960 में आई फिल्म दिल भी तेरा हम भी तेरे से अपने फिल्मी करियर का आगाज किया और लगातार तीन दशक तक हिंदी फिल्म में अपना सिक्का जमाया।
उनकी 60 के दशक (60 के दशक के हिंदी गाने) में आई फिल्म "प्यार ही प्यार" ने जमकर सुर्खियां बटोरी। इस फिल्म में शामिल गाने भी हिट रहे और दर्शकों में लोकप्रिय बन गए। इसी फिल्म के सदाबाहर गाने "मैं कहीं कवि न बन जाऊं तेरे प्यार में" ने उस जमाने में रिकार्ड बना दिया। 56 साल साल बीत जाने के बाद भी "मैं कहीं कवि न बन जाऊं तेरे प्यार में" पुराने हिट गानों (Superhit Old Hindi Song) की लिस्ट में शामिल है।
इतने साल बीत जाने के बाद भी आज की युवा पीढ़ी में यह गाना लोकप्रिय है और इसको सुनने वालों में आज भी कोई कमी नहीं है। इस गाने में धर्मेंद्र के बेहतर अभिनय व गाने के बोल ऐसे प्रस्तुत किए है कि यह गाना आज के जमाने के लिए गाया गया है। मोहक बोलों इस गाने को सदाबाहर (Evergreen Old Hindi Song) बनाने का काम किया। इस गीत की सबसे बड़ी खासियत इसके भावुक और काव्यात्मक बोल हैं।
धर्मेन्द्र के साथ इस गाने में वैजयंती माला ने किया अभिनय
वर्ष 1969 में आई फिल्म "प्यार ही प्यार" उस जमाने की सुपरहिट फिल्मों में शामिल है। इस फिल्म में धर्मेंद्र ने मुख्य कलाकार की भूमिका निभाई है और इसमें अभिनेत्री की भूमिका वैजयंती माला द्वारा निभाई गई है। इस फिल्म के सुपरहिट गाने "मैं कहीं कवि न बन जाऊं तेरे प्यार में" को हसरत जयपुरी द्वारा लिखा गया है।
जबकि इस गाने को मोहम्मद रफी ने आवाज दी है। जबकि संगीतकार शंकर-जयकिशन की जबरदस्त संगीत ने इस पुराने गाने को सदाबाहर (Evergreen Old Hindi Song) बना दिया। गीत धर्मेन्द्र और वैजयंती माला पर फिल्माया गया है। इसमें दोनों के बीच में जबरदस्त रोमांटिक केमिस्ट्री सुर, संगीत, और बोलों के साथ पूर्णता से मेल खाते हैं।
"मैं कहीं कवि न बन जाऊं तेरे प्यार में" गाने को लव सॉन्ग्स में गिना जाता है
पुराने सुपरहिट गाने "मैं कहीं कवि न बन जाऊं तेरे प्यार में" को रिलीज हुए 56 साल हो गए है, लेकिन आज भी यह गाना यूट्यूब पर सुपरहिट गानो (Superhit Old Hindi Song) में शामिल है। इस गाने को बालीवुड में लव सॉन्ग्स के तौर पर जाना जाता है। लव सॉन्ग्स होने के चलते प्यार में डूबे युवा आज भी इस गाने में जमकर रील बनाते है। यही कारण है कि आज भी इस सदाबाहर गाने को यूट्यूब पर लाखों की संख्या में लोग देखते है।