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हरियाणा के सरकारी स्कूलाें में अनिवार्य हुई टीचर्स डायरी

हरियाणा के सरकारी स्कूलाें में अनिवार्य हुई टीचर्स डायरी
 

 ​शिक्षा में सुधार के लिए मुख्यमंत्री नायब सैनी ने स्कूलों में अब टीचर्स डायरी को अनिवार्य कर दिया है। इस डायरी में ​शिक्षकों द्वारा बच्चों को करवाई जाने वाली पढ़ाई, पढ़ाने के तरीके के बारे में पहले ही बताना होगा। यह सभी रिकार्ड ​शिक्षक को ऑनलाइन दर्ज करना होगा। इस पर सरकार की नजर रहेगी। इसके लिए सभी ​शिक्षकों को कर्मचारी आईडी दी गई है, जिसमें डेली डायरी का ऑप्शन दे दिया गया है। इस डायरी को प्रतिदिन अपडेट करना अनिवार्य होगा।

इसे एमआईएस पोर्टल पर अपलोड करना जरूरी होगा। इसकी रिपोर्ट ​स्कूल इंचार्ज, ​शिक्षा निदेशालय से लेकर ​शिक्षा विभाग के एसीएस के पास पहुंचेगी। इस ऑनलाइन डायरी को कोई भी उच्चा​धिकारी किसी भी समय चेक कर सकता है। इसके अलावा स्कूल हेडमास्टर या प्रिंसिपल इस डायरी को रुटीन में चेक करते रहेंगे। इसके बाद इस डायरी को सत्यापित किया जाएगा। उनके पास इस डेयरी में यदि संतोषजनक कार्य नहीं होगा, तो उसे रिजेक्ट करने का भी अ​धिकार होगा। रिजेक्ट करने से पहले मुख्याध्यापक को पूरे कमेंट लिखने होंगे। 


पुरानी सुविधा ही थी लागू
अब से पहले स्कूलों में डयरी लिखने का तरीका पुराना ही था। काफी ​शिक्षक प्रतिदिन कक्षा में करवाए जाने वाले कार्य व पाठ्यक्रम के बारे में डायरी में लिखते थे तो कुछ अगले दिन की कार्ययोजना को डायरी में लिखते थे। इस डायरी के बारे में ​शिक्षा निदेशालय की तरफ से कोई स्पष्ट निर्देश नहीं थे कि उनको पाठ्यक्रम लिखना है या फिर भविष्य की कार्ययोजना के बारे में लिखना है। स्कूल अध्यापक अपनी मर्जी के अनुसार इस डायरी को पूरा कर रहे थे। बुधवार से ​शिक्षा निदेशालय ने इस नए डायरी योजना को लागू कर दिया है। 


15 दिन तक की कार्य योजना लिख सकते हैं अध्यापक
​शिक्षक अपनी इस ऑनलाइन डायरी में एक सप्ताह, दस दिन या उससे अ​धिक 15 दिन तक कक्षा में करवाए जाननेवाले कार्यों के बारे में लिख सकते हैं। यह सभी कुछ आईएमएस पोर्टल के जरिये लिखना होगा। वैसे इस कार्य में समय की पाबंदी नहीं है। ​शिक्षक अगले दिन भी अपने कार्य की जानकारी दे सकता है। इसके लिए उनको नियमित रुप से डायरी अपडेट करनी होगी। इस डायरी में अध्यापक विद्या​र्थियों से करवाए जाने वाले कार्यों के बारे में भी बताएंगे। इसे अलावा अध्यापकों को अपनी डायरी में यह भी बताना होगा कि वह बच्चों को बढ़ाने व सिखाने के लिए क्या-क्या नए फार्मूले अपना रहे हैं। यदि कोई अध्यापक पढ़ाने का अच्छी तरीका या फार्मूला जानता है तो इस फार्मूले को आगे भविष्य में लागू भी किया जा सकता है। 


तबादला होने पर शुरू की जाएगी नई एंट्री
यदि किसी अध्यापक का तबादला एक स्कूल से दूसरे स्कूल में हो जाता है तो उसके पहले वाले स्कूल की सभी एंट्री इससे हटा दी जाएंगी। जिस स्कूल में उसका तबादला हुआ है, वहां से उस अध्यापक को नई एंट्री शुरू करनी पड़ेंगी। यदि कोई अध्यापक प्रतिदिन डायरी नहीं लिखेगा तो उसके ​खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की जा सकती है। जिला ​शिक्षा अ​धिकारी और मौलिक ​शिक्षा अ​धिकारी नियमित रुप से इस डायरी को चेक करते रहेंगे। इससे पहले स्कूल इंचार्ज को भी यह डायरी चेक करनी होगी। जिला ​शिक्षा अ​धिकारी या मौलिक ​शिक्षा अ​धिकारी यह भी जांच करेंगे कि स्कूल इंचार्ज ने इस डायरी को चेक किया है या नहीं। जब किसी अध्यापक का तबादला होगा तो उसे डायरी लिखने में कुछ छूट दी जा सकती है।