Success Story: IAS और IPS के पद को छोड़ ये महिला बनी IFS अधिकारी, बिना कोचिंग के UPSC में किया टॉप
IFS Vidushi Singh Success Story : संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) सिविल सेवा परीक्षा (CSE) परीक्षा सबसे कठिन मानी जाती है. हर साल लाखों लोग इस परीक्षा में हिस्सा लेते है. उनमें से बहुत कम लोग होते है जो इस परीक्षा को पास करके IAS, IPS और IFS अधिकारी बनते है.
इस परीक्षा को पास करने के लिए दिन-रात कड़ी मेहनत करनी पड़ती है. आज हम आपको एक ऐसी महिला अधिकारी के बारे में बात कर रहे है जिन्होंने बिना कोचिंग के UPSC की परीक्षा में टॉप किया.
हम बात कर रहे है आईएफएस विदुषी सिंह(IFS Vidushi Singh )की. विदुषी सिंह महज 21 साल की है. IFS विदुषी सिंह उत्तर प्रदेश के अयोध्या की रहने वाली है. उनका जन्म राजस्थान के जोधपुर में हुआ था.
विदुषी के पिता दीपेंद्र प्रताप सिंह अयोध्या में इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट में इंजीनियर हैं. उनकी मां प्रीति सिंह एक सरकारी स्कूल में हेड मास्टर हैं. विदुषी एक शिक्षित परिवार से आती है.
विदुषी ने इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी करने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीए (ऑनर्स) इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. ग्रेजुएशन के सेकंड ईयर में ही विदुषी ने UPSC की तैयारी शुरू करके पूरा सिलेबस कवर कर लिया था.
विदुषी ने थर्ड ईयर में आते-आते वो पूरी तरह से परीक्षा के लिए तैयार थी. विदुषी ने सेल्फ स्टडी के बलबूते बिना कोचिंग ग्रेजुएशन के साथ यूपीएससी की तैयारी की और साल 2022 में अपना पहला अटेप्ट दिया.
विदुषी ने अपने पहले प्रयास में UPSC CSE परीक्षा में ऑल इंडिया 13वीं रैंक हासिल की. वे सबसे कम उम्र की महिला अधिकारियों में अपना नाम शामिल कर लिया.
परीक्षा में पास होने के बाद विदूषी ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) और IPS के पद को नहीं चुना, बल्कि उन्होंने भारतीय विदेश सेवा (IFS) का पद चुना.