Success Story: ऋषभ चौधरी ने पिता को खोने के बाद भी नहीं मानी हार, घर पर ही तैयारी कर किया यूपीएससी क्रैक
Success story Rishabh Choudhary: मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के कठोर गांव में जन्मे ऋषभ चौधरी की मेहनत और लगन कि आज हर कोई तारीफ कर रहा है। ऋषभ चौधरी ने सिविल सर्विसेज परीक्षा में ऑल इंडिया 28 रैंक प्राप्त कर अपने परिवार और जिले का पूरे देश में नाम रोशन कर दिया है। ऋषभ चौधरी का यूपीएससी क्रैक करने का यह सफर आसान नहीं रहा। उन्होंने अपने पिता को खोने के बाद भी हर नहीं मानी। ऋषभ ने पारिवारिक कठिनाइयों के बाद भी अपने लक्ष्य का पीछा नहीं छोड़ा। मंदसौर के गरोठ जैसे छोटे से कस्बे में जन्मे ऋषभ ने तैयारी और समस्याओं का खुद ही समाधान निकाला। पारिवारिक जिम्मेदारियां के चलते उन्होंने बड़े शहरों में कोचिंग लेने की बजाय घर पर ही रहकर सिविल सर्विसेज परीक्षा की तैयारी की। बिना कहीं पर कोचिंग लिए यूपीएससी का एग्जाम क्रैक करना अपने आप में ही बहुत बड़ी बात है। अब चयन होने के बाद ऋषभ फॉरेन सर्विस में जाने की इच्छा जता रहे हैं।
ऋषभ ने मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MANIT) से की है सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई
ऋषभ बचपन से ही पढ़ाई में होशियार थे। इन्होंने मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MANIT) से सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। ऋषभ ने 2013 में 10वीं और 2015 में 12वीं की पढ़ाई पूरी की। इन्होंने 12वीं कक्षा में 88 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। इसके बाद वर्ष 2016 से 2020 मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MANIT) से सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। पढ़ाई पूरी होने के बाद इन्होंने जर्मनी के ड्यूरा बैंक में लाखों रुपए के सालाना पैकेज पर नौकरी मिली। लेकिन यूपीएससी परीक्षा देने के विचार के चलते अक्टूबर 2022 में अपनी लाखों रुपए की नौकरी छोड़कर पूर्ण रूप से सिविल सर्विसेज परीक्षा की तैयारी में जुट गए।
पिता की मौत के बाद उठे परिवार की जिम्मेदारियां
ऋषभ ने अपने पिता की मौत के बाद पूरे परिवार की जिम्मेदारी अपने कंधों पर उठाई। इनके पिता का वर्ष 2023 में साइलेंट अटैक से निधन हो गया था। पिता का साया उठने के बाद इन्होंने बड़े शहरों में कोचिंग लेने की बजाय घर पर रहकर ही पारिवारिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करने करते हुए तैयारी यूपीएससी की तैयारी की।
2023 में पिता की मौत के सदमे के कारण इंटरव्यू में चयन से थोड़े से चूक गए। लेकिन ऋषभ ने कभी हार नहीं मानी उन्होंने फिर से 2024 की तैयारी की। इस बार उनकी मेहनत रंग लाई और सिविल सर्विसेज परीक्षा में ऋषभ ने ऑल इंडिया 28वीं रैंक हासिल कर अपने परिवार का पूरे देश में नाम रोशन कर दिया।