Success Story: केरल की पहली आदिवासी महिला बनी IAS अधिकारी, जानें इनकी सफलता की कहानी
IAS Sreedhanya Suresh Success Story: सिविल सर्विस हर साल UPSC की परीक्षा को आयोजित करवाते है. इस परीक्षा को देने के लिए पूरे देश से लाखों उम्मीदवार आते है. लेकिन इन लाखों लोगों में से बहुत कम लोग होते है जो इस परीक्षा को पास करके IAS और IPS अधिकारी बनते है.
UPSC की परीक्षा को पास करने के लिए कई कठिनाईओं का सामना करना पड़ता है. आज हम आपको एक ऐसी ही महिला अधिकारी के बारे में बता रहे है जो आदिवासी क्षेत्र की पहली IAS अधिकारी बनी. हम बात कर रहे है IAS श्रीधन्या सुरेश(IAS Sreedhanya Suresh) की.
श्रीधन्या सुरेश का जन्म केरल के वायनाड जिले में हुआ था. वह कुरिचिया जनजाति की सदस्य हैं. श्रीधन्या बचपन से ही कई कठिनाइयों का सामना किया है. श्रीधन्या ने कालीकट के सेंट जोसेफ कॉलेज से अपनी पढ़ाई पूरी की.
उसके बाद जूलॉजी की पढ़ाई कोझिकोड से और कालीकट यूनिवर्सिटी से मास्टर की डिग्री हासिल की. श्रीधन्या ने आदिवासी छात्रों के हॉस्टल में बतौर वार्डन का काम किया. लेकिन वे अपनी नौकरी से खुश नहीं थी.
उसके बाद श्रीधन्या 2018 में UPSC की तैयारी शुरू कर दी. श्रीधन्या ने पहले दो राउंड पास कर लिए थे, लेकिन तीसरे राउंड के लिए उन्हें दिल्ली जाना था. पैसों की कमी के कारण वे दिल्ली नहीं जा पाई.
उसके बाद श्रीधन्या ने अपने दोस्त की मदद ली. UPSC की परीक्षा में 410 रैंक हासिल की. श्रीधन्या केरल केरल की पहली आदिवासी IAS अधिकारी बनी.