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Success Story: बचपन का सपना हुआ पूरा, ये शख्स बना सिपाही से  एक Army Officer

Indian Army Success Story:  आज हम आपको एक ऐसे ही शख्स के बारे में बताने जारे रहे है। भारतीय सेना में नौकरी करना चाहते थे, लेकिन अपनी पढ़ाई के बाद के वे सिपाही बन गये.  चलिए जानते है इस शख्स की कहानी जो सिपाही से एक Army Officer(सेना ऑफिसर) बनें.
 

Indian Army Success Story : हर किसी का सपना होता है कि वो बड़ा होकर कोई सरकारी नौकरी करें और देश की सेवा की करें. हर सपने को पूरा करने के लिए हिम्मत और हौसला बुलंद होना चाहिए. सपना पूरा करने की कोई उम्र नहीं होती है.

आज हम एक ऐसे शख्स के बारे में बात कर रहे है जिन्होंने अपने और पिता के सपने को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की। हम बात कर रहे है हिमाचल प्रदेश के रहने वाले पुनीत मनकोटिया (Punit Mankotia) की.

पुनीत बचपन से ही एक भारतीय सेना में नौकरी करके देश की सेवा करना चाहते थे. पुनीत ने स्पेशल कमीशन ऑफिसर्स (SCO) एंट्री के लिए दो बार प्रयास किया, लेकिन असफल रहे.

उसके बाद पुनीत ने हार न मानकर तीसरी बार इस परीक्षा को दिया और इस परीक्षा को अच्छे अंकों से सफलता हासिल की. आज पुनीत भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट  ऑफिसर है. पुनीत मनकोटिया हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के रहने वाले है.

पुनीत का परिवार भी भारतीय सेना से जुड़ा रहा है. पुनीत मनकोटिया (Punit Mankotia) के पिता जी भारीतय सेना में नायब सूबेदार के रूप में सिग्नल कोर से सेवानिवृत्त हुए है. पुनीत और उनके भाई ने भी सेना में भर्ती हुए और अपनी सच्ची भावना से देश की सेवा की.

यहां से मिली सफलताएं 

पुनीत ने स्कूल ऑफ आर्टिलरी, देवलाली में बेसिक और एडवांस दोनों कोर्स में पहला स्थान प्राप्त किया. दिसंबर 2009 में एक गनर के रूप में पुनीत ने सेना में शुरू की.

उसके बाद पुनीत 625 SATA बैटरी में कार्यरत रहे, फिर रेजिमेंटल हवलदार मेजर (RHM) बने और तकनीकी इंस्ट्रक्टर के रूप में भी अपनी सेवाएं दीं.  

पुनीत ने वर्ष 2023 में  यूनाइटेड नेशन डिसेजमेंट ऑब्जर्वर फोर्स (UNDOF) के अंतर्गत सीरिया-इज़राइल सीमा पर सेवा की. वहां उनके कार्य बहुत सराहना मिली,  पुनीत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सबसे बड़ी उपलब्धि मिली.