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Open Book Exam: इन छात्रों के लिए ओपन बुक परीक्षा है बहुत फायदेमंद, 99% लोगों नहीं है पता

 

CBSE Open Book Exam : समय के साथ हर बदलाव के साथ शिक्षा में भी बदलाव किया जा रहा है.  भारतीय शिक्षा व्यवस्था को एडवांस लेवल के लिए तैयार किया जा रहा है. इसके लिए सीबीएसई (CBSE) एक नई कोशिश कर रही है.

शिक्षा विभाग ने घोषणा की है कि अब यानी सत्र 2026-27 से कक्षा 9वीं के छात्रों की नए तरह से परीक्षा ली जाएगी. जिसका नाम ओपन बुक एग्जाम(Open Book Exam) रखा गया है.

इस नए तरीके से बच्चों पर मानसिक तनाव को कम किया जाएगा और कुछ नया स्कील सिखने को मिलेगा. ओपन बुक एग्जाम से छात्रों को बहुत फायदा मिलेगा. ये एक ऐसी परीक्षा होगी, जिसके लिए छात्रों के सामने किताबें, क्लास नोट्स समेत अन्य स्टडी मटेरियल रखें जाएंगे.

जिसमें सभी छात्र सवालों के जवाब ढूंढ सकें. बता दें कि ओपन बुक एग्जाम बिल्कुल आसान नहीं होगा. हिंदी में एक कहावत है कि 'नकल के लिए अक्ल जरूरत होती है.' ये मुहावरा इस परीक्षा के लिए बिल्कुल सही है.

ओपन बुक परीक्षा में नक्ल करने के लिए अक्ल की जरूरत होगी. अगर आपने अच्छे से और समझकर पढ़ाई की है तो आप सामने पड़ी किताबों से आसानी से जवाब ढूंढ लेंगे.  अगर आपने पढ़ाई नहीं कि तो आप किताब से कुछ भी नहीं कर पाएंगे.

कक्षा 9वीं के तीनों टर्म एग्जाम में ओपन बुक एक असेसमेंट होगा. परीक्षा में छात्र अपनी विषयों की किताबें और नोट्स ले जा सकते है. छात्रों को परीक्षा हॉल में पेन-पेपर दिया जाएगा और एक क्वेश्चन पेपर होगा जिसके जवाब को खुली किताबों के जरिए देना होगा.  

गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान में ओपन बुक एग्जाम होगा. इस परीक्षा का मकसद है कि जो बच्चे जवाबों को रटते है उनको कम किया जा सकें. ओपन बुक एग्जाम से छात्रों में रियल-लाइफ स्किल्स, क्रिटिकल थिंकिंग और बेहतर समझ जैसे बदलाव हो सकेंगे.

इस परीक्षा से छात्रों की मेंटल स्ट्रेस से दूरी बनी रहेगी और छात्रों को ये सिरदर्दी नहीं रहेगी कि उन्हें एग्जाम की तैयारी के लिए रटना पढ़ेगा या याद करना होगा बल्कि ओपन बुक एग्जाम के लिए उनकी समझदारी ही काम आ जाएगी.