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IAS Success Story :   MNREGA में काम करने वाले मजदूर के बेटे ने किया UPSC में टॉप , दिव्यांग शख्स बना IAS अधिकारी

IAS Success Story : आज हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहे है, जिन्होंने UPSC में ऑल इंडिया 884 रैंक लाकर अपने परिवार और पूरे राजस्थान का नाम रोशन कर दिया है. आइये जानते है इनकी सफलता की कहानी...
 

IAS Hemant Pareek Success Story : कहा जाता है कि UPSC देश की सभी कठिन परीक्षाओं में से एक है. UPSC की परीक्षा को पास करना बहुत ही कठिन है. बहुत कम लोग होते है जो इस परीक्षा को पास करके IAS या IPS अधिकारी बनते है.

आज हम आपको एक ऐसे ही शख्स के बारे बताने जा रहे है, जिन्होंने UPSC  की परीक्षा में ऑल इंडिया 884 रैंक हासिल की है. हम बात कर रहे है IAS अधिकारी हेमंत पारीक (IAS Hemant Pareek) की.

हेमंत राजस्थान के हनुमानगढ़ डिस्ट्रिक्ट में भद्रा तहसील के अंदर आने वाले बीरान गांव के रहने वाले हैं. हेमंत का बचपन और शुरुआती पढ़ाई-लिखाई उनके गांव बीरान  से ही हुई. हेमंत ने अपनी 5 कक्षा की पढ़ाई लड़कियों के एक सरकारी स्कूल से की है.

हेमंत ने अपने गांव में स्थित महर्षि दयानंद आदर्श सेकेंड्री स्कूल से हिंदी माध्यम में 10 कक्षा  तक की  पढ़ाई की है. हेमंत को अंग्रेजी कम बोलनी और पढ़नी आती थी. हेमंत ने कई बार अंग्रेजी सीखने का प्रयास किया और कड़ी मेहनत के बाद वे सफल हो गए.

IAS अधिकारी हेमंत पारीक के माता-पिता मनरेगा (MNREGA) में काम करती थी, और उनके पिता  दिव्यांग  भी मजदूरी करते थे. जब काम पर कई बार उनकी पगार काट ली जाती थी. ऐसे देखते हुए हेमंत ने कुछ कर दिखाने की ठान ली.

दिव्यांग  पिता के साथ-साथ हेमंत खुद भी दिव्यांग है. उनका एक हाथ काम नहीं करता. तमाम परेशानियों और आर्थिक तंगियों से परेशान होकर हेमंत ने घर के हालात सुधाने और  तकलीफों  को दूर करने की ठान ली.

आर्थिक तंगी  में रिश्तेदारों, दोस्तों और शिक्षकों  ने बहुत सहयोग किया. इसी के साथ ही हेमंत ऑल इंडिया पारीक महासभा से मिले, जिन्होंने हेमंत की मदद की.

ऑल इंडिया पारीक महासभा से सहयोग मिलने से आगे की पढ़ाई के लिए जयपुर की श्री करण नरेंद्र एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में दाखिला मिल सका. हेमंत ने दिल्ली में रहकर  UPSC तैयारी की.

हेमंत ने पहले ही प्रयास में साल 2023 में UPSC में ऑल इंडिया 884 रैंक हासिल करके अपने परिवार और पूरे राजस्थान का नाम रोशन कर दिया.