बड़ी खबर: CBSE बोर्ड ने जारी की नई गाइडलाइन, अब मातृभाषा में होगी इन बच्चों की पढ़ाई
सीबीएसई ने नई गाइडलाइन जारी की है। अब प्राइमरी स्कूल के बच्चे अपना सिलेबस मातृभाषा में पढ़ पाएंगे। जारी किए गए गाइडलाइन में बताया गया है कि तीन से 11 साल तक के बच्चे पांचवी कक्षा तक मातृभाषा में पढ़ाई करेंगे। प्राईमरी एजुकेशन के लिए मातृभाषा या ओरिजिनल लैंग्वेज को इसी एकेडमिक सीजन में लागू किया जाएगा। इस नई गाइडलाइन को नए नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क फॉर स्कूल एजुकेशन 2023 के तहत जारी किया गया है।
जल्द बनेगी कमेटी
सीबीएसई बोर्ड में सभी स्कूलों को निर्देश दिया है कि वह मई के आखिरी सप्ताह तक स्कूल में एक कमेटी बनाएं जो NCFSE द्वारा जारी किए गए गाइडलाइन को एग्जीक्यूट करें। यह कमेटी स्टूडेंट्स की मातृभाषा, संसाधन और करिकुलम पर कार्य करेगी।
प्री प्राइमरी के बच्चे अनिवार्य रूप से मातृभाषा या घरेलू भाषा में पढ़ाई करेंगे। क्लास 3 से क्लास 5 तक के छात्र मातृभाषा में पढ़ाई करेंगे। पांचवी के बाद माध्यम बदलने का ऑप्शन दिया जाएगा।
हिंदी का प्रभाव है ज्यादा इसलिए मातृभाषा में होगी पढ़ाई
बोर्ड का कहना है कि हमारे देश भारत में हिंदी का प्रभाव ज्यादा है इसलिए बच्चों को प्राइमरी और प्री प्राइमरी में हिंदी भाषा में पढ़ाई कराई जाएगी। इस फैसले का मुख्य उद्देश्य बच्चों को मातृभाषा की जानकारी देना है। बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि बच्चे पांचवी क्लास के बाद आसानी से अपने मीडियम को चेंज कर सकते हैं।