Dhaar News: बाजार में 150000 का मिलने वाला पानी का टैंकर को नपा ने 190000 में खरीदा जिनमें से 4 तो 28 दिन के अंदर ही टूट गए
Dhaar News: शहरवासियों की सुविधा के लिए नगर पालिका ने 7.56 लाख रुपए से 28 दिन पहले पानी के चार टैंकर खरीदे थे। जो इस अवधि में दो बार फूट चुके है। नपा ने तुरंत इन पर वेल्डिंग कराई। वेल्डिंग वाले स्थान पर पेंट भी करा दिया ताकि किसी को पता न चले। जब टैंकरों की गुणवत्ता की पोल खुली तो अफसर तर्क देने लगे की अभी सप्लाय करने वाली फर्म को अभी भुगतान नहीं किया है। यदि गुणवत्ता खराब निकली तो भुगतान नहीं करेंगे।
भास्कर टीम जब टैंकर की हकीकत जानने शहर में स्थित टैंकर कारखाने पहुंची तो इसमें एक टैंकर 1 लाख 50 हजार रुपए में मिल रहा है। जबकि नपा ने एक टैंकर 1 लाख 89 हजार रुपए में खरीदा। इस तरह 30 हजार रुपए ज्यादा देने के बाद भी गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया। नपा शहर में दीनदयाल संपवेल सहित अन्य स्थानों पर टैंकर से पानी सप्लाई कर रही है। पुराने टैंकर में लीकेज होने के कारण आधा पानी सड़क पर बह जाता था। इसी को देखते हुए नपा ने जेम पोर्टल से टैंकरों की खरीदी की। भारत इंडस्ट्रियल औद्योगिक फर्म से नपा ने 1 लाख 89 हजार रुपए प्रति नग से चार टैंकर की खरीदी की।
टैंकर फूटने के बाद रातों रात कराई वेल्डिंग, ऑइल पेंट भी करवा दिया
टैंकर खरीदने के बाद 19 अप्रैल को नपा ने दो फाइटर टैंकर का उपयोग शुरू कर दिया। इसमें एक सप्ताह बाद पानी के प्रेशर की वजह से टैंकर का पीछे के राउंड वाला हिस्सा फूट गया। पानी निकले के कारण उसे तुरंत वेल्डिंग करवाया। बुधवार दोपहर में एक बार फिर से पिछले हिस्से से निकलने लगा। इसमें यतो रात दोबारा वेल्डिंग कराकर गुरुवार को टैंकर ठीक कर उस पर आयल पेंट कर दिया ताकि यह कारनामा किसी के सामने नहीं आ पाए। शुक्रवार को दूसरे फाइटर के नीचे से पानी का लीकेज शुरू हो गया।
वाहन प्रभारी अभिषेक पंड्या से टैंकर फूटने के संबंध में सवाल किए तो उनका कहना था उन्हें एक दिन पूर्व ही चार्ज मिला है। टैंकर कैसे फूटा इसकी जानकारी नहीं है। वहीं पूर्व टैंकर प्रभारी शाकिर जलील का कहना था 7 मई को वाहन प्रभारी पद से मुक्त कर दिया। यह घटना शुक्रवार को हुई इस विषय में उन्हें जानकारी नहीं है।
भास्कर रिपोर्टर ने ग्राहक बनकर जानी टैंकर की कीमत
टैंकर की हकीकत जानने के लिए भास्कर टीम ग्राहक बन बनकर शहर में स्थित टैंकर कारखाने धारी बारादा है। वह काम कर रहे कर्मचारी ने पूछा किसलिए टैंकर बनवाना है। इस पर भास्कर टीम ने कहा पानी का बिजनेस चालू करना है इसलिए टैंकर खरीदना है। इस पर कर्मचारी द्वारा बताया कि एक टैंकर 1 लाख रुपए से लेकर डेढ़ लाख तक कंप्लीट हो जाएगा। एक लाख रुपए वाले टैंकर की क्वालिटी थोड़ी कमजोर रहेगी। वहीं डेढ़ लाख रुपए वाले टैंकर की क्वालिटी अच्छी रहेगी जो लंबे समय तक चलेगा।