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Dhaar News: 20 दिन बाद शुरू होगा पर्यटन सीजन, पर्यटकों के लिए सुविधाओं का अभाव

 

Dhaar News: मंडू में सबसे ज्यादा पर्यटक बारिश के सीजन में आते है। ऐसे में अब सीजन शुरू होने में महज 20 दिन बचे है। लेकिन पर्यटकों की सुविधा के लिए अब तक कोई काम नहीं किए गए है और न ही अफसर इस ओर ध्यान दे रहे है।

पहले के सालों में सीजन से पहले जिला प्रशासन की टीम मांडू पहुंचती थी। इस बार कोई हलचल नहीं दिख रही है। यहां की ऐतिहासिक इमारतें और प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों को खींचती हैं। लेकिन ट्रैफिक जाम, पार्किंग की कमी और मूलभूत सुविधाओं के अभाव से पर्यटक परेशान होकर लौट जाते हैं। इससे पर्यटन उद्योग को नुकसान हो रहा है। स्थानीय व्यापार भी प्रभावित हो रहा है। गार्ड राजू गोरसिया, मोहन तावड़े और व्यापारी मयंक जैन, दिलीप गंगवाल ने बताया कि 15 जून से बारिश का मौसम शुरू हो रहा है। लेकिन पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है। यह स्थिति चिंताजनक है। ट्रैफिक और जाम की अनदेखी पर्यटन में बड़ी बाधा बन रही है। प्रशासन की लापरवाही से पर्यटकों की रुचि कम हो रही है। नगर में साफ-सफाई, बिजली, सड़क और

पानी की निकासी जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं। नालियों की सफाई नहीं हुई है। सड़कों की हालत खराब है। बारिश में बिजली की आपूर्ति बाधित होती है। नगर में कूड़ा-कचरा हटाने की व्यवस्था नहीं है। पर्यटकों को मांडू में कुछ नया नहीं मिल रहा। इससे वे अन्य जगहों की ओर रुख कर रहे हैं। शनिवार और रविवार को ट्रैफिक

का दबाव ज्यादा रहता है। रानी रूपमती महल की ओर जाम लगता है। छुट्टी के दिन बड़ी बसों का प्रवेश बंद करना चाहिए। बेतरतीब पार्किंग पर रोक जरूरी है। इस बारे में पीथमपुर एसडीएम राहुल गुप्ता ने कहा कि पर्यटन सीजन को देखते हुए जल्द प्लान तैयार कर उस पर अमल किया जाएगा। ताकि यहां आने वाले पर्यटकों को परेशानियों का सामना न करना पड़े।

पर्यटकों की रुचि कम हो रही: मांडू जो अपनी ऐतिहासिक संरचनाओं और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। लेकिन पर्यटन में गिरावट देखी जा रही है। इसके पीछे कई कारण हैं। जिनमें बुनियादी ढांचे की कमी, रखरखाव में कमी, और विभिन्न पर्यटन स्थलों तक पहुंच की समस्या शामिल हैं। यह स्थिति मांडू के पर्यटन को नुकसान पहुंचा रही है। ट्रैफिक के लिए रूट प्लान बनेः

नगर में ट्रैफिक जाम, पेयजल और शौचालय अभी अभी मूल समस्या है। इसके लिए प्रशासन को मोर्चा संभालना चाहिए। पार्किंग स्थलों पर वैकल्पिक व्यवस्था की जानी चाहिए। पार्किंग स्थलों पर स्वचालित शौचालय की व्यवस्था की जा सकती है। ट्रैफिक के लिए रूट प्लॉन और वाहनों की टाइमिंग सेट करना होगी। मांडू नाके से पहले पुलिस जवान लगाकर टाइम से गाड़ियों को निकलना पड़ेगा। इसी के साथ रानी रूपमती महल की तरफ भी जाम की स्थिति बनती है। यहां छुट्टी के दिन बड़ी बसों का आवागमन बंद करना चाहिए। छोटी गाड़ियां, जो बेतरतीब पार्किंग में लगती है। उनकी व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए। स्थानीय लोगों को भी पार्किंग व्यवस्था में शामिल करना चाहिए। ताकि वे भी पर्यटन को बढ़ावा देने में मदद कर सकें।