जिले में अस्पताल की हालत खराब, एक्स-रे बंद, सोनोग्राफी शुरू ही नहीं हुई
Dhaar News: बदनावर का 30 बिस्तरों वाला सिविल अस्पताल बदहाली का शिकार है। ढाई लाख आबादी वाले क्षेत्र में यह इकलौता बड़ा अस्पताल है, लेकिन यहां सुविधाओं की भारी कमी है। एक्स-रे मशीन 15 दिन से बंद है क्योंकि टेक्नीशियन का तबादला हो गया है। मशीन दुरुस्त है, लेकिन टेक्नीशियन नहीं होने से मरीजों को निजी सेंटर जाना पड़ रहा है।
सोनोग्राफी मशीन तीन साल पहले पूर्व मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव के प्रयास से आई थी, लेकिन अब तक शुरू नहीं हो सकी। विभाग के पास सोनोलॉजिस्ट ही नहीं है, जिससे गर्भवती महिलाओं और अन्य मरीजों को प्राइवेट जांच करानी पड़ती है।
108 एंबुलेंस सेवा भी ठप है। कानवन की एंबुलेंस 8 महीने से खड़ी है और बदनावर की एक माह से मरम्मत के लिए बंद है। भुगतान न होने से सेवा बाधित है। हादसों में घायलों को जननी एक्सप्रेस या अन्य साधनों से लाना पड़ रहा है।
अस्पताल में कई विशेषज्ञ नहीं हैं अस्थि, स्त्री रोग, एनेस्थेसिया और शिशु रोग विशेषज्ञ अनुपलब्ध हैं। सामान्य प्रसव स्टाफ नर्स करवा रही है, सीजर केस रेफर हो रहे हैं। 18 डॉक्टर और स्टाफ का तबादला हो चुका है, सिर्फ एक की प्रतिनियुक्ति हुई।सीबीएमओ डॉ. एसएल मुजाल्दा का कहना है कि एक्स-रे मशीन सही है, विभाग को टेक्नीशियन की जरूरत की जानकारी दे दी गई है, सेवा जल्द बहाल होगी।