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Dhaar News: 7 गांवों में टेस्टिंग हो सकी, शेष में लगेंगे 3 माह

 

Dhaar News: मई माह का आखिरी पखवाड़ा चल रहा है। ऐसे में तेज गर्मी के चलते भूजल स्तर भी तेजी के साथ नीचे गिर रहा है। ऐसे में गांवों में एक के बाद एक जलस्त्रोत दम तोड़ते जा रहे हैं। पानी की व्यवस्था करना ग्रामीणों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। क्षेत्र की 33 गांवों में जलसमूह योजना के अब तक महज सात गांवों में टेस्टिंग हो सकी है। जबकि शेष अन्य गांवों में टेस्टिंग के लिए तीन माह का समय लग सकता है। ऐसे में उम्मीद है कि योजना से पूरी तरह पानी अगले साल ही मिल सकेगा। वर्तमान में ग्रामीण पेयजल के लिए परेशान हो रहे हैं।

इधर योजना से जुड़े विकासखंड के ग्राम भानगढ़, कुमारियाखेड़ी, टिमायची, सोनगढ़, छड़ावद जैसे अनेक गांवों में पानी की समस्या विकराल रूप ले चुका है। ऐसे में प्रतिदिन गांवों में पानी को लेकर लोग परेशान हो रहे हैं। निजी कूप से पानी लाना पड़ रहा है। ग्रामीण जगदीश कुमावत, राजू भाई, जितेन्द्र चौधरी, दशरथ कुमावत ने बताया कि यदि योजना का कार्य ऐसी ही गति से कार्य चलता रहा, तो इस बार भी गर्मी के दिनों में ग्रामीणों को योजना से पानी नहीं मिल पाएगा।

उन्होंने बताया कि प्रतिदिन ग्रामीणों को पानी के लिए परेशान होना पड़ता है। खेतों से निजी जलस्रोतों से पानी ढोकर लाना पड़ता है। ऐसे में हमारा आधा समय इसी काम में निकल जाता है।इन गांवों में हुई टेस्टिंग कुमारुंडी, तलावपाड़ा, सोनगढ़, भानगढ़, अमोदिया, अहमद, नरसिंह देवला में टेस्टिंग हो चुकी है। बावजूद इन गांवों में भी पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है।

पानी के लिए अधिकारियों की बैठक रही नाकाम

गर्मी की शुरुआत में विकासखंड में पानी को लेकर अधिकारियों की बैठक हुई थी। जिसमें पानी की समस्या से संबंधित मामलों पर विशेष चर्चा कर समस्याओं के समाधान की बात कही गई थी। लेकिन हालात सुधरने के बजाय गांवों में बिगड़ते जा रहे हैं। लोगों का कहना है कि गर्मी आते ही प्रशासन पानी को लेकर बैठक कर योजना बनाता है, लेकिन गांवों में पानी की समस्या को लेकर स्थाई समाधान नहीं किया जाता है।

जल्द टेस्टिंग की जाएगी

योजना से जुड़े 33 गांवों में से सात में टेस्टिंग हुई है। शेष गांवों में भी जल्द ही टेस्टिंग की जाएगी। इसके बाद सभी गांवों में नियमित रूप से पानी प्रदाय किया जाएगा। जेपी घनोटे, प्रबंधक, जल निगम इंदौर