प्याज के भाव में भारी गिरावट, किसान बेच रहे माल घाटे में
Dhaar News: छह महीनों से भाव बढ़ने की उम्मीद में गोदामों में रखे कीलों से अब किसानों की उम्मीदें टूट रही हैं। धार जिले व आसपास की मंडियों में ताज़ा आवक के बीच प्याज के भाव 5 से 7 रुपये प्रति किलो तक उतर गए हैं, जिससे अधिकाँश किसानों को उत्पादन लागत भी निकालना मुश्किल हो गया है। बीज, खाद, कीटनाशक और मजदूरी मिलकर लागत बढ़ा देते हैं और अब कई किसान मजबूरी में तुरंत बिक्री कर रहे हैं ताकि सड़ने से और अधिक नुकसान न हो।
स्थानीय किसानों ने बताया कि नवरात्रि और त्योहारी सीजन में मांग घटने से खरीददार पीछे हट गए हैं और व्यापारी खरीद कम कर रहे हैं। कुछ खेतों में खराब भंडारण के कारण प्याज सड़ भी गया, जिससे नुकसान और बढ़ा। दूसरी ओर नाशिक सहित बड़े केंद्रों से आने वाली खेपें बाजार में दबाव बना रही हैं और भावों में गिरावट को तेज कर रही हैं।
किसान संगठन मांग उठा रहे हैं कि सरकार को तत्काल हस्तक्षेप करके समर्थन मूल्य या सरकारी खरीद का विकल्प देना चाहिए, ताकि छोटे उत्पादक बचे रहें और उन्हें न्यूनतम समर्थन मिले। किसान कहते हैं कि यदि उचित समर्थन नहीं मिला तो वे अगले सत्र में प्याज की कटाई कम करने पर विचार करेंगे, जिससे लचीले समर्थन नीतियों की जरूरत और स्पष्ट होती है।
विश्लेषक बताते हैं कि मौसमी मांग, भंडारण लागत और आपूर्ति के अचानक बढ़ने के कारण ही मौजूदा स्थिति बनी है; अतः क्रय-विक्रय में मध्यवर्ती दलों और भंडारण सुविधाओं पर भी नजर रखी जानी चाहिए। समय पर राहत न मिलने पर किसान आर्थिक रूप से और कमजोर हो सकते हैं। किसानों को त्वरित राहत की जरूरत।