धुलेट में नलजल योजना का अधूरा काम, ग्रामीण परेशान
Dhaar News: धुलेट गांव में प्रधानमंत्री नलजल योजना के तहत घर-घर शुद्ध पानी पहुँचाने का काम शुरू हुआ था, लेकिन अब ग्रामीण इस परियोजना की अधूरी स्थिति से परेशान हैं। योजना के तहत करीब 33 गांवों को जोड़ा गया है और धुलेट में भी लगभग एक साल से काम चल रहा है। हालांकि, ग्रामीणों का कहना है कि काम की गुणवत्ता खराब है।
गांव की गलियों में पाइपलाइन डालने के लिए खोदे गए रास्ते कई जगहों पर ठीक से भर नहीं पाए हैं। कुछ स्थानों पर गिट्टी और कंक्रीट डाले गए, लेकिन अधिकांश जगहों पर यह जल्द ही उखड़ गए हैं। इससे मोहल्लों में गड्ढे बन गए हैं, जिनमें बारिश और गंदा पानी जमा हो रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि पूरी सड़क की सूरत बिगड़ गई है और गंदगी और दुर्गंध फैल रही है।
पाइपलाइन बिछाने में तकनीकी नियमों का पालन नहीं किया गया। कई जगह पाइप कम गहराई में डाले गए हैं, जिससे भविष्य में रिसाव की संभावना बढ़ सकती है। ठेकेदार द्वारा डाली गई एचडीपीई पाइपलाइन में जॉइंट और कपलिंग तकनीकी रूप से सही नहीं हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, इस तरह की पाइपलाइन में कंप्रेशन फिटिंग या इलेक्ट्रोफ्युजन तकनीक का इस्तेमाल होना चाहिए। अन्यथा दबाव आने पर जॉइंट खुल सकते हैं और पानी रिसने लगेगा।
कुछ मोहल्लों में नल कनेक्शन दिए गए हैं, जबकि कई घरों में अभी तक पानी नहीं आया। धुलेट बस स्टैंड और सर्विस रोड के पास रहने वाले ग्रामीणों ने शिकायत की कि उन्हें योजना से बाहर रखा गया है। उन्होंने कहा कि आधे गांव में पानी तो आ रहा है, लेकिन उनके घरों तक अभी तक कनेक्शन नहीं पहुँचा।
ग्रामीणों ने कहा कि योजना के नाम पर अब गांव की हालत और बिगड़ गई है। कई स्थानों पर पाइप डालने के एक साल बाद भी गिट्टी और कंक्रीट नहीं किया गया, जिससे मोहल्लों में कीचड़ और गंदगी फैली रहती है।
इस पर जल संसाधन विभाग के अधिकारी ने बताया कि सभी काम गुणवत्ता के अनुसार किए जा रहे हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही सभी घरों तक नल कनेक्शन पहुंचेंगे और अधूरा काम पूरा किया जाएगा। विभाग की टीमें मौके पर जाकर स्थिति का निरीक्षण भी करेंगी और सुनिश्चित करेंगी कि योजना से सभी लाभार्थियों को पानी मिले।