जिले में हर दिन डोर-टू-डोर कचरा संग्रह, स्वच्छता में मिसाल
Dhaar News: एक ग्राम पंचायत अपनी स्वच्छता व्यवस्था के लिए अन्य ग्रामीण इलाकों के लिए उदाहरण बन गई है। यहां हर दिन सुबह 7 बजे पंचायत की गाड़ी घर-घर जाकर कचरा इकट्ठा करती है। यह गाड़ी चार घंटे में पूरे गांव का चक्कर लगाकर सुबह 11 बजे तक कचरा तय किए गए स्थान पर पहुंचा देती है।
गांव की सफाई व्यवस्था के कारण बीमारियों का खतरा काफी कम हो गया है। हाट बाजार हर गुरुवार लगता है और हाट के एक दिन पहले और बाद में विशेष सफाई अभियान चलाया जाता है, ताकि व्यापारी और खरीदार स्वच्छ माहौल में लेन-देन कर सकें। कचरा गांव के बाहर एक निर्धारित स्थान पर फेंका जाता है और सड़ने पर उसे दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया जाता है।
ग्राम पंचायत की कुल जनसंख्या लगभग 8,000 है और साक्षरता दर 100 प्रतिशत है। यह गांव जिला मुख्यालय से लगभग 45 किमी दूर स्थित है और कानवन-मांगोद रोड से स्टेट हाईवे से जुड़ा हुआ है। मुख्य आय का स्रोत गेहूं और सोयाबीन है।
पंचायत द्वारा संचालित कचरा संग्रह वाहन प्रतिदिन लगभग 4 से 5 लीटर ईंधन खर्च करता है। ग्राम पंचायत ने अब साफ-सफाई को और बेहतर बनाने के लिए जागरूकता अभियान शुरू करने की योजना बनाई है, जिसे आगामी ग्राम सभा में रखा जाएगा।
पूर्व में पंचायत को जो वाहन मिला था, वह अब खराब हो रहा है। इसके चलते सफाई कार्यों में बाधा आ सकती है। इसलिए पंचायत नए वाहन की व्यवस्था करने की योजना भी बना रही है, ताकि सफाई अभियान नियमित और प्रभावी रूप से चलता रहे।
गांव के लोग इस व्यवस्था से संतुष्ट हैं और मानते हैं कि नियमित सफाई और कचरा संग्रह से न केवल स्वास्थ्य सुरक्षित रहता है, बल्कि गांव का माहौल भी स्वच्छ और सुंदर बना रहता है। यह पहल अन्य पंचायतों के लिए प्रेरणास्रोत बन रही है।