तीन माह इंतजार के बाद भी नहीं मिली राशि, चेक में निकली गंभीर गलतियाँ
Dhaar News: धार ज़िले के उमरबन विकासखंड में करीब तीन महीने पहले मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह योजना के तहत लगभग दो हजार जोड़ों का सामूहिक विवाह हुआ था। योजना के अनुसार प्रत्येक नवविवाहित जोड़े को 49 हजार रुपये की सहायता राशि मिलनी थी। लेकिन लंबे इंतजार के बाद जब दुल्हनों को चेक मिले तो उनमें नाम और पते की गड़बड़ी निकल आई। परिणामस्वरूप बैंक ने चेक क्लियर करने से मना कर दिया और लाभार्थियों को राशि अब तक नहीं मिल पाई।
स्थानीय निवासी पवित्रा और मीरा का विवाह भी इसी योजना के अंतर्गत हुआ था। दोनों को दिए गए चेक में गंभीर त्रुटियाँ हैं। मीरा के चेक में न तो पिता का नाम अंकित है और न ही पति का, उल्टे पते में खरगोन जिले का भीकनगांव लिखा गया है। मीरा का कहना है कि चेक पर उसके पति का नाम कमल मेघवाल लिखा जाना चाहिए था। इसी तरह पवित्रा के चेक में "शिवा" नाम दर्ज है, जबकि न यह उनके पिता का नाम है और न पति का। सही नाम "रामा भाभर" होना चाहिए था। ऐसी ही ग़लतियाँ कई अन्य दुल्हनों के चेक में भी पाई गई हैं।
पीड़ितों ने यह मामला पार्षद सन्त्री सिसौदिया के संज्ञान में लाया। उनका कहना है कि लाभार्थियों को योजना की राशि समय पर मिलनी चाहिए थी, लेकिन लापरवाही के कारण पहले देरी हुई और अब गलत विवरण दर्ज कर देने से परेशानी और बढ़ गई। उन्होंने आश्वासन दिया कि हितग्राहियों के साथ कलेक्टर से मुलाकात कर समस्या का समाधान कराया जाएगा।
उधर, उमरबन सीईओ ने कहा कि यह मामला उनके समय का नहीं है, फिर भी जांच कर त्रुटियों को ठीक कराया जाएगा और पात्रों को राशि उपलब्ध कराई जाएगी।