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15 दिन बाद झमाझम बारिश, किसानों को राहत, सूखती फसलों को मिला जीवनदान

 

Dhaar News: लंबे इंतजार के बाद कई इलाकों में शनिवार को झमाझम बारिश हुई, जिससे किसानों के चेहरों पर राहत लौट आई। लगातार सूखे से परेशान लोग पूजा-पाठ, टोने-टोटके तक कर रहे थे। 15 दिनों बाद हुई बारिश ने खेतों की प्यास बुझाई और मुरझा रही सोयाबीन की फसल को नई जिंदगी दी।

बदनावर क्षेत्र में सुबह से ही मौसम बदलने लगा था। दोपहर तक काले बादल छा गए और फिर तेज बारिश शुरू हो गई। रुक-रुक कर दिनभर बारिश होती रही। इस बारिश से सबसे ज्यादा फायदा सोयाबीन फसल को हुआ है। करीब 76 हजार हेक्टेयर में बोई गई सोयाबीन की फसल पानी के अभाव में मुरझा रही थी। अब इस बारिश से फसल को जीवनदान मिला है।

भू-अभिलेख शाखा के अनुसार, अब तक क्षेत्र में 484 मिमी यानी 19 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। हालांकि बारिश की मात्रा अलग-अलग क्षेत्रों में अलग रही है। मांडू में भी शनिवार को करीब 5 घंटे झमाझम बारिश हुई, जिससे नगर और आसपास के गांव तरबतर हो गए। तापमान में गिरावट आई और लोगों को उमस से राहत मिली।

साप्ताहिक हाट-बाजार पर असर पड़ा, कई दुकानदार बारिश की वजह से नहीं पहुंच पाए। कावड़ यात्रा में शामिल श्रद्धालु भीगते हुए उत्साह के साथ शिवालयों में जल चढ़ाते नजर आए। बगड़ी क्षेत्र में तो 28 दिन बाद बारिश हुई है। लंबे समय से लोग इंद्रदेव को मनाने के लिए बाग रसोई और विशेष पूजा कर रहे थे।

शनिवार सुबह मौसम ने करवट ली और मूसलधार बारिश ने पूरे इलाके को भिगो दिया। बगड़ी, आली, मियापुरा, मगजपुरा जैसे गांवों में किसानों ने राहत की सांस ली। बारिश से सड़कों पर पानी बह निकला और खेतों में नमी लौट आई।