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Dhaar News: कॉलेज के नए भवन में होगी अत्याधुनिक लैब शुरू, इस सत्र से लगेंगी कक्षाएं

 

Dhaar News: नई शिक्षा नीति के तहत शासकीय कॉलेज को हाईटेक बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। कॉलेज की नई बिल्डिंग में छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। निगरानी के लिए कंट्रोल रूम भी बनेगा। चारों तरफ बाउंड्रीवॉल बनाने की योजना है। इसके लिए एक करोड़ 14 लाख की डीपीआर जनभागीदारी समिति ने बनाकर उच्च शिक्षा विभाग को भेजी है। मंजूरी जल्द मिलने की उम्मीद है।

फिलहाल इस भवन में लैब संचालित हो रही है। अब इस सत्र से नियमित कक्षाएं शुरू होंगी। वाटर कूलर भी लगाए जाएंगे। वर्तमान में कॉलेज की सिर्फ दो ओर बाउंड्रीवॉल बनी है। बाकी हिस्से खुले होने से मैदान में पशु घुस जाते हैं। असामाजिक तत्व भी पहुंच जाते हैं। कई लोगों ने मैदान की जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है। इसी कारण चारों ओर बाउंड्रीवॉल बनाने की योजना बनाई गई है।

पुराना भवन 1996 में बना था
नए भवन में स्मार्ट क्लासेस भी तैयार की गई हैं। यहां विद्यार्थी आधुनिक तकनीक और संगीत के साथ पढ़ाई कर सकेंगे। निजी कॉलेजों की तर्ज पर शासकीय कॉलेज में भी स्मार्ट क्लास लगाई जा रही है। कॉलेज में कला, विज्ञान और वाणिज्य संकाय की पढ़ाई होती है। पुराना भवन 1996 में बना था। छात्रों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नए भवन की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही थी।

नए कक्षों की सौगात मिली पूर्व उद्योग मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव के प्रयास से 2 करोड़ 80 लाख की लागत से नए कक्षों की सौगात मिली। स्मार्ट क्लास का उद्देश्य विद्यार्थियों की पढ़ाई ई को को रोचक बनाना और उनकी बौद्धिक क्षमता को बढ़ाना है। यहां प्रोजेक्टर के जरिए फिल्म दिखाकर समस्याएं समझाई जाएंगी।

संगीत के माध्यम से पढ़ाई को आसान बनाया जाएगा। स्मार्ट क्लास में इंटरएक्टिव गूगल स्मार्ट बोर्ड, ग्रीन और व्हाइट बोर्ड, ऑडियो सिस्टम लगाए गए हैं। एक क्लास में 45 विद्यार्थी पढ़ाई कर सकते हैं। यह पढ़ाई का स्मार्ट तरीका है, जिससे विषयवस्तु को आसानी से समझाया जा सकेगा। विद्यार्थी रुचि और संगीत के साथ पढ़ाई कर सकेंगे।
सुरक्षा के लिए लगा रहे सीसीटीवी कैमरें

जनभागीदारी समिति अध्यक्ष विवेक पाटीदार ने बताया कि नए भवन में जियोलॉजी, बॉटनी और केमिस्ट्री की अत्याधुनिक लैब स्थापित की गई है। सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। बाउंड्रीवॉल निर्माण के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। जल्द मंजूरी मिलने की उम्मीद है। परिसर सुरक्षित होगा।