Dhaar News: 45 मिनट बारिश, तेज हवा से दो वटवृक्ष गिरे, पहला मंदिर, कार और दूसरा टीन शेड पर गिरा
Dhaar News: शनिवार दोपहर नगर और आसपास के इलाकों में जोरदार बारिश हुई। सुबह से ही काले बादल छाए थे। दोपहर करीब 2 बजे मौसम बदला। तेज गरज और बिजली की कड़क के साथ बारिश शुरू हो गई। करीब 45 मिनट तक तेज बारिश होती रही। बारिश के दौरान आधे घंटे तक लगातार पानी गिरता रहा। सड़कों पर पानी बह निकला। कई जगह नालियां जाम हो गई। गंदा पानी सड़कों पर फैल गया। नगर के साथ ही ग्रामीण इलाकों में भी अच्छी बारिश हुई। बारिश के साथ तेज हवा और आंधी भी चली। इससे बिजली आपूर्ति ठप हो गई। लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। पिछले एक सप्ताह से मौसम बदला हुआ है। बूंदाबांदी व तेज बारिश का दौर जारी है।
श्रद्धानंद मार्ग मंडी रोड पर तेज बारिश और हवा से बाबा रामदेव मंदिर के पास लगभग 250 साल से भी अधिक पुराना वटवृक्ष गिर गया। पेड़ गिरने से मंदिर का शिखर टूट गया। मंदिर के सामने खड़ी कार भी इसकी चपेट में आ गई। जानकारी के अनुसार मंदिर के पुजारी महेश बैरागी की कार बाहर खड़ी थी। वटवृक्ष गिरने से कार को नुकसान हुआ। घटना के बाद इलाके में कुछ देर अफरा-तफरी मच गई। राहत की बात रही कि उस समय मंदिर में कोई नहीं था। इससे जनहानि नहीं हुई। दूसरा वटवृक्ष एसडीओपी कार्यालय के पीछे टीन शेड पर गिरा।
ज्ञात हो कि नवग्रह के राजा सूर्य रविवार को रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। इसके साथ ही नवतपा की शुरुआत हो जाएगी। इस बार रोहिणी का वास समुद्र तट पर होगा। इस दृष्टि से पूर्वोत्तर दिशा में वर्षा की श्रेष्ठतम स्थिति दिखाई देगी। अश्व पर सवार समय पल-पल में बारिश की तीव्रतम स्थिति निर्मित करेगा। आमतौर पर इसे नवतपा कहा जाता है। वजह सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश के प्रथम नौ दिन मौसम में परिवर्तन की विशेष स्थिति निर्मित करते हैं। इनमें पहले 3 दिन उमस अथवा आंधी, दूसरे तीन दिन कहीं-कहीं तेज हवा और बूंदाबांदी और आखिरी के तीन दिन कहीं-कहीं बूंदाबांदी के साथ तेज वर्षा का योग बनता है। लेकिन इससे पहले ही बारिश का दौर जारी है।
लोगों ने की पेड़ों की छंटाई की मांग
आनंदेश्वर मंदिर के सामने महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले की प्रतिमाओं के पास सालों पुराना गुलमोहर का विशाल पेड़ तेज हवा में गिर गया। घटना के समय सड़क पर आवाजाही थी। लेकिन कोई जनहानि नहीं हुई। प्रतिमाएं सुरक्षित रही। यहां दिनभर वाहन और पैदल चलने वालों की भीड़ रहती है। पेड़ गिरने से बिजली और इंटरनेट की लाइनें टूट गई। तार सड़क पर गिर गए। आसपास के इलाकों में बिजली और इंटरनेट सेवा बाधित हो गई। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि बरसात से पहले कमजोर पेड़ों की छंटाई की जानी चाहिए।