बचपन में धोते थे बोतल, अब बने विश्व की अमीर कंपनी के उत्तराधिकारी
दुनिया के पांचवें सबसे अमीर बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन वॉरेन बफे ने ग्रेग एबेल को अपना उत्तराधिकारी चुन लिया है। 865 अरब डॉलर की कंपनी संभालने जा रहे 62 वर्षीय एबेल 5 वर्ष से बर्कशायर हैथवे का हिस्सा हैं। कनाडाई मूल के एबेल ने बचपन में पुरानी बोतलें धोने से लेकर आग बुझाने वाले यंत्रों को भरने तक के छोटे-छोटे काम कर अपनी पढ़ाई का खर्च निकाला।
बर्कशायर से कैसे जुड़े
1984 में एबेल ने कनाडा की अल्बर्टा यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया। 1992 में उन्होंने मिड अमरीकन एनर्जी जॉइन की, जिसे 1999 में बर्कशायर ने खरीद लिया। यहीं से उनकी असली उड़ान शुरू हुई। 2008 में वे मिड अमरीकन के सीईओ बने और वे बर्कशायर के सभी नॉन इंश्योरेंस कंपनियों को संभालते हैं।
ईमानदार और जुझारू प्रकृति के कारण एबेल ने बफे का भरोसा जीता। उन्होंने बड़े सौदे पहचानने और बड़े जोखिमों से बचने की कुशलता दिखाई। उन्हें लेकर एक बार बफे ने कहा था कि दुनिया में बहुत सारे होशियार बेवकूफी भरी हरकतें करते हैं, लेकिन ग्रेग ऐसा कभी नहीं करते।
कितनी संपत्ति के मालिक एबेल
एबेल की कुल संपत्ति करीब 1 अरब डॉलर (लगभग 8,457 करोड़ रुपए से ज्यादा) है। वे हॉकी के दीवाने माने जाते हैं और अपने बेटे की हॉकी टीम के कोच भी हैं।
बर्कशायर हैथवे की शुरुआत एक कपड़ा कंपनी से हुई थी, जो शुरुआती दौर में विफल साबित हुई थी, लेकिन वॉरेन बफे ने इसे 865 अरब डॉलर (73 लाख करोड़ रुपए) के ग्रुप में तब्दील कर दिया। आज हैथवे का कारोबार रेललाइन, बीमा, कपड़े, कंस्ट्रक्शन, एनर्जी से लेकर आइसक्रीम बनाने वाली कंपनी तक फैल चुका है

